BMC चुनावः मेयर पद की लड़ाई दिलचस्प, शिवसेना-BJP दोनों करेंगे दावेदारी

Last Updated 24 Feb 2017 10:09:46 AM IST

कड़े मुकाबले वाले बीएमसी चुनाव में शिवसेना के गढ़ मुंबई में बड़ी सफलता अर्जित करते हुए भाजपा ने गुरूवार को 82 सीटों पर जीत दर्ज की. वह गठबंधन से अलग हुई शिवसेना से महज दो सीट पीछे है, जिसे 84 सीट मिली हैं.


शिवसेना-BJP दोनों करेंगे दावेदारी (फाइल फोटो)

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के चुनाव में भाजपा और शिवसेना को करीब बराबर सीटें मिलने के बाद मेयर पद की लड़ाई दिलचस्प हो गई है. दोनों ही दलों ने संकेत दिए हैं कि वह मेयर पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेगी.

227 सदस्यीय बीएमसी में शिवसेना 84 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल बनकर उभरी है. बीजेपी भी 82 सीटें जीतकर शिवसेना के काफी करीब है. इसके बावजूद दोनों ही दल बहुमत (114 सीट) के जादुई आंकड़े से काफी दूर है. 31 सीटें जीतने वाली कांग्रेस तीसरे नंबर पर है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 9, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना 7 और निर्दलीयों के पास 14 सीटें हैं.

बीएमसी चुनावों में किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को विश्वास जताया कि पार्टी स्थानीय निकाय में मेयर का पद बरकरार रखेगी, हालांकि वह किसी के साथ गठबंधन के मुद्दे पर स्पष्ट बोलने से बचते नजर आए

‘जल्दबाजी क्या है ? कुछ समय इंतजार कीजिए. अभी हमने फैसला नहीं किया है कि कोई गठबंधन करना है या नहीं. हम ऐसा जल्द करेंगे.’
- उद्धव ठाकरे, शिवसेना प्रमुख

हालांकि, दोनों ही दल बहुमत के 114 सीटों के जादुई आंकड़े से काफी दूर हैं.

त्रिशंकु जनादेश के चलते कोई भी दल अपने दम पर देश के इस सबसे अमीर निकाय की सत्ता पाने के योग्य नहीं है और ऐसे में कोई गठबंधन होना अनिवार्य हो जाता है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि महाराष्ट्र और केंद्र दोनों जगह सत्तारूढ़ दोनों भगवा दल दोबारा से एक होंगे या फिर नए समीकरण बनेंगे.

मतगणना में कांग्रेस 31 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही. वहीं, राकांपा और राज ठाकरे की एमएनएस क्रमश: सात और नौ सीटों तक सिमट गई. पिछले साल हुए चुनावों में दो सीटों के साथ महाराष्ट्र विधानसभा में पहली बार प्रवेश करने वाली एआईएमआईएम को बीएमसी चुनाव में पहली बार में तीन सीटें मिली हैं.

समाजवादी पार्टी को छह, अखिल भारतीय सेना को एक और निर्दलियों को चार सीट मिली हैं. भाजपा को अन्य नगर निगमों तथा स्थानीय निकाय चुनावों में भी शानदार सफलता मिली है.

दस नगर निगमों, 25 जिला परिषदों और 238 पंचायत समितियों के लिए 16 और 21 फरवरी को चुनाव हुए थे. बीएमसी चुनाव की छाया राज्य सरकार की स्थिरता पर भी थी क्योंकि शिवसेना ने इससे अलग होने की धमकी दी थी और सरकार के नोटिस पर होने की बात कही थी.

कांग्रेस पार्टी की शहर इकाई के अध्यक्ष संजय निरूपम ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की है. चुनाव से पहले गुरदास कामत के साथ निरूपम का विवाद हो गया था.

  • मुंबई नगर निगम में शिवसेना को 84, भाजपा को 82 सीटें मिलीं
  • भाजपा महाराष्ट्र के 8 नगर निगमों में सबसे बड़ी पार्टी, कांग्रेस, एनसीपी और मनसे को झटका

‘हमारी जीत पारदर्शिता के हमारे एजेंडा को लोगों द्वारा स्वीकार किए जाने का परिणाम है. बीएमसी सहित समूचे राज्य में निकाय चुनावों में भाजपा का शानदार प्रदर्शन विमुद्रीकरण पर मुहर है.
-देवेंद्र फड़नवीस, मुख्यमंत्री

 

भाषा


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