सीआईडी ने दो और डॉक्टरों को गिरफ्तार किया, तीन शिशुओं को बचाया

Last Updated 30 Nov 2016 10:13:21 PM IST

पश्चिम बंगाल में बच्चों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय रैकेट में कथित रूप से सक्रिय संलिप्तता के मामले में सीआईडी ने दो और डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है, जबकि दक्षिण 24 परगना के फालता में एक झाड़ी से तीन बच्चों को बचाया है.


तीन शिशुओं को बचाया (फाइल फोटो)

सीआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि दिलीप घोष और नित्यानंद बिस्वास को कल रात सीबीआई के कर्मियों ने रैकेट में कथित तौर पर शामिल होने पर गिरफ्तार कर लिया. घोष सरकारी आरजी कार मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पहले काम कर चुका है.

उन्होंने कहा कि घोष एवं बिस्वास ने बच्चों की तस्करी के रैकेट में अहम भूमिका निभाई और वे लंबे समय से इसमें शामिल है.

घोष भाजपा के टिकट पर बिधाननगर निगम का चुनाव लड़ चुका है.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने संवाददाताओं को बताया कि हमने उसे जांच में पाक साफ साबित होने तक सभी पदों से निलंबित कर दिया है. उसने अपने पेशेवर जीवन में जो किया भाजपा से उसका कुछ लेना देना नहीं है.

इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही सीआईडी के कर्मचारी कुल 20 लोगों को गिरफ्तार कर चुके हैं. उत्तर 24 परगना के बदुरिया में रैकेट का भांडाफोड़ होने के बाद से 10 दिनों में सीआईडी ने ये गिरफ्तारियां की है.

इस बीच, दक्षिण 24 परगना के फालता में एक नहर के पास से एक झाड़ी से तीन शिशुओं को बचाया गया है.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, \'\' हम देख रहे हैं क्या ये शिशु तस्करी रैकेट का हिस्सा थे और हम इन शिशुओं की पहचान पता लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं.\'\'



उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने बच्चों की रोने की आवाज सुनी और फालता थाने को सूचित किया जिसके बाद पुलिस कर्मी क्षेत्र में पहुंचे और उन्हें बचाया. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर खोज अभियान शुरू किया और तीन बच्चे एक नहर के किनारे एक झाड़ी में कंबल में लिपटे मिले.

अधिकारी ने कहा कि शिशुओं में दो बच्चियां और एक बच्चा है. उन्हें डाइमंड हर्बर में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां राज्य में बाल तस्करी के विरोध में प्रदर्शन किया.

राज्य सरकार ने कल कोलकाता, उत्तर 24 परगाना, दक्षिण 24 पगराना जिलों के जिला बाल संरक्षक अधिकारियों :डीसीपीओ: को चेतावनी दी थी, क्योंकि पिछले हफ्ते राज्य में रैकेट का भांडाफोड़ हुआ था और उन्हें हर सरकारी गृह पर निगरानी बढ़ाने को कहा था.

राज्य सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि सरकार गोद लेने के नियमों और प्रक्रिया को कड़ा करना चाहती है और इस बाबत एक निर्देश जल्द ही महिला, बाल और समाज कल्याण विभाग जारी कर सकता है ताकि बच्चे को गोद लेने की चौकस निगरानी हो.

 

 

भाषा


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