कश्मीर में बंद के कारण 82वें दिन भी जनजीवन प्रभावित

Last Updated 28 Sep 2016 03:32:43 PM IST

कश्मीर घाटी में अलगाववादियों के बंद एवं हड़ताल के आह्वान के कारण बुधवार को लगातार 82वें दिन जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा और लोगों को राहत नहीं मिली.


कश्मीर में बंद से जनजीवन प्रभावित (फाइल फोटो)

पुलिस सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के कोइमोह इलाके में कर्फ्यू लागू है जबकि घाटी के कुछ बड़े नगरों में हिंसक वारदातों को टालने के लिए लगातार पाबंदी लागू रहेगी.

अलगाववादियों ने लोगों से कल दिन में बंद के बाद शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक अपना सामान्य कामकाज निपटा लेने के लिए कहा है. उन्होंने लोगों से अपने-अपने जिलों में आजादी रैली निकालने का भी आवान किया है.

हड़ताल के कारण राजधानी श्रीनगर सहित घाटी में विभिन्न स्थानों पर दुकानें और व्यावसायिक संस्थान बंद हैं तथा सड़कों पर वाहन नहीं चल रहे हैं. सरकारी कार्यालयों और बैंकों के कामकाज पर भी काफी असर पड़ा है.

क्रालपोरा, माछू और बाग.ए.मेहताब में लोगों ने कल रात कुछ युवकों की गिरफ्तारी और मकानों को क्षतिग्रस्त किए जाने के विरोध में श्रीनगर-चरार.ए.शरीफ मार्ग पर आवाजाही रोक दी. गिरफ्तार युवकों को रिहा किए जाने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने राहगीरों को गुजरने नहीं दिया.

मध्य कश्मीर में बडगाम जिले में भी बंद के कारण व्यावसायिक एवं अन्य गतिविधियों पर असर पड़ने और शैक्षणिक संस्थान बंद रहने की रिपोर्ट मिली हैं. चरार.ए.शरीफ, चडूरा, नौगाम, क्रालपोरा और बीरवाह सहित बड़गाम में विभिन्न इलाकों में बंद का व्यापक असर रहा.

शहर.ए.खास में ऐतिहासिक जामा मस्जिद इलाके में स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है. जामा मस्जिद का प्रमुख द्वार बंद है तथा लोगों को उधर जाने से रोकने के लिए सुरक्षा बल के जवान वहां तैनात हैं. सुरक्षा बलों ने मस्जिद के प्रमुख द्वार के समीप एक बुलेटप्रूफ वाहन खड़ा कर रखा है. इस इलाके में गत नौ जुलाई से लागू निषेधाज्ञा के कारण यहां शुक्रवार की नमाज नहीं हो रही है. जामिया बाजार में भी सुरक्षा बल के जवान तैनात नजर आ रहे हैं.



शेरे.कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान (स्किम्स) की ओर जाने वाले नोवहट्टा और अन्य मार्ग को आवाजाही के लिए खोल दिया गया है, लेकिन लोगों के एका होने पर रोक लगाने के लिए सुरक्षा बल के जवान यहां मुस्तैद हैं.

शेरे.कश्मीर और निचले इलाकों में दुकानें और व्यावसायिक संस्थान बंद हैं तथा सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है, हालांकि कुछ मार्गों पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों सहित कुछ निजी वाहन चल रहे हैं.

श्रीनगर के हृदयस्थल ऐतिहासिक लाल चौक सहित सिविल लाइंस इलाके में व्यवसाय एवं अन्य गतिविधियां बंद पड़ी हैं तथा सड़कों से वाहन नदारद हैं. पुलिस और सुरक्षा बल के जवान किसी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए इलाके में तैनात हैं. इन इलाकों में कुछ निजी वाहन विशेषकर दोपहिया वाहन चलते नजर आ रहे हैं. बंद के आज 82वें दिन सरकारी कार्यालयों और बैँकों में कामकाज लगातार प्रभावित है. शैक्षणिक संस्थान भी वीरान दिखाई दे रहे हैं.

श्रीनगर सहित अन्य इलाकों में भी बंद की रिपोर्ट मिली हैं, जहां कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं.

उत्तरी कश्मीर में बारामूला और अनंतनाग और दक्षिणी कश्मीर में कुलगाम, शोपियां, पुलवामा, त्राल, पामपोर, अवंतिपोरा, बिजबेहरा और काजीगुंड में बंद से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है.
          
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए खुला है तथा वाहन चल रहे हैं. राजमार्ग पर पथराव या हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए सेना और अर्धसैनिक बल के जवान तैनात हैं.

 

वार्ता


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