मोदी की सतर्कता के कारण कैमरामैन बाल बाल बचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सतर्कता की वजह से मंगलवार को उनके कार्यक्रम को कवर कर रहे टेलीविजन के छायाकार बाल बाल बच गए.
मोदी की सतर्कता से बची कैमरामैन की जान |
ये छायाकार जिस जगह से एसएयूएनआई परियोजना के पहले चरण के उद्घाटन कार्यक्र म को कवर कर रहे थे, मोदी ने उन्हें उस जगह से हट जाने का इशारा किया और कुछ ही सेकंड बाद वह जगह ऐजी..3 बांध से छोड़ा गये पानी से भर गई.
मोदी अपना संबोधन पूरा करने के बाद जामनगर जिले में सनोसारा गांव के समीप बांध पर गए थे जहां उन्हें सौराष्ट्र नर्मदा अवतारण कृषि (एसएयूएनआई) परियोजना का औपचारिक रूप से उद्घाटन करना था.
प्रधानमंत्री के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल थे.सभी लोग उस पुल पर पहुंचे जहां से प्रधानमंत्री को बांध के तीन द्वार खोलने के लिए तीन बटन दबाने थे.
पटेल ने बताया कि टीवी के छायाकार और उनके सहायकों को बांध पर एक जगह ले जाया गया जहां से उन्हें नीचे से कवरेज करनी थी ताकि पानी छोड़े जाने का दृश्य कैमरे में कैद किया जा सके.
उप मुख्यमंत्री ने बताया ‘वह लोग द्वार संख्या एक के पास वाले स्थान पर खड़े थे.जैसे ही मोदी ने बटन दबाए, एक के बाद एक कर तीनों द्वार खुल गए और तेजी से पानी नीचे आया. हम सभी लोग बांध से पानी गिरने का मनोहारी दृश्य देख रहे थे और उसी समय मोदी जी की सतर्क आंखों ने नीचे छायाकारों को देखा.’
पटेल ने बताया ‘‘हमारे प्रधानमंत्री को तत्काल अहसास हो गया कि टेलीविजन के कर्मियों को बढ़ते जल स्तर के कारण संकट का सामना करना पड़ सकता है.उन्होंने फौरन तालियां बजाई और आवाज दे कर उन लोगों को सतर्क किया. उन्होंने सुरक्षा कर्मियों से भी कहा कि वह टीवी कर्मियों को तत्काल सुरक्षित जगह पर जाने के लिए कहें क्योंकि बांध के उस हिस्से में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है.’
पूरा घटनाक्रम छायाकारों के कैमरे में कैद हो गया जिसमें प्रधानमंत्री को रूपाणी तथा उनके सुरक्षा कर्मियों से कुछ करने के लिए कहते देखा जा सकता है.मोदी छायाकारों की ओर संकेत कर उन्हें हाथ लहराते हुए उस जगह से हट जाने के लिए कहते नजर आ रहे हैं.
पटेल ने बताया ‘सौभाग्य से ये छायाकार समझ गए कि मोदी जी उनसे क्या कहने की कोशिश कर रहे थे और वह लोग उस निचले प्लेटफार्म के पानी में डूबने से पहले ही, तत्काल ऊंचे प्लेटफार्म पर पहुंच गए जहां से वह शूटिंग कर रहे थे.कुछ छायाकार तो अपने कैमरे पीछे छोड़ कर जान बचाने के लिए दौड़ पड़े.’
घटना के एक अन्य वीडियो में एक छायाकार द्वारा पीछे छोड़ दिए गए ‘ट्राइपोड माउंटेड कैमरे’ को पानी की तेज लहर में बहते दिखाया गया है.
समझा जाता है कि ये छायाकार दूरदर्शन के थे. उनकी और उनके सहायकों की संख्या के बारे में पता नहीं चल पाया है लेकिन खबरों के अनुसार, पानी की राह में तीन छायाकार खड़े थे.
पटेल के अनुसार, मोदी की सतर्कता से हादसा टल गया. ‘अगर मोदी जी ने उन्हें देख कर सतर्क नहीं किया होता तो आज शायद हम कोई हादसा देखते.ऐसी ही खासियतें तो हमारे प्रधानमंत्री को खास बनाती हैं. हालांकि वह एक बड़े आयोजन में व्यस्त थे लेकिन वह आम आदमी की समस्याओं के बारे में सोच रहे थे. यह हम सबके लिए संदेश है कि हमें कतार के आखिर में खड़े व्यक्ति को नहीं भूलना चाहिए.’
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