हिमाचल: बादल फटने से 5 लोगों की मौत, मूक-बधिर बाल-बाल बचा
शिमला गवालदी गांव में शुक्रवार तड़के बादल फटने की एक घटना में एक नेपाली परिवार के पांच सदस्य बह गये.
(फाइल फोटो) |
इस आपदा में 12 साल का एक मूक एवं बधिर लड़का चमत्कारिक ढंग से बच निकला. नरेन पंचायत के अध्यक्ष नरेश चौहान ने बताया कि पहाड़ी पर बादल फटने की घटना में ‘कांछा’ परिवार का घर बह गया.
शिमला के उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया, ‘स्थानीय लोगों की मदद से पांच मृतकों के शव बरामद कर लिए गए और 12 वर्षीय एक दिव्यांग बच्चा बच निकला.’
मृतकों में लछी राम, उनकी पत्नी और उनके तीन बच्चे शामिल हैं.
चौहान ने बताया कि भारी बारिश और अंधेरा होने के बावजूद स्थानीय लोगों की मदद से मलबे से शवों को निकाल लिया गया.
बादल फटने के कारण शिमला से करीब 150 किलोमीटर दूर रामपुरद इलाके के नरेन पंचायत अन्तर्गत गवालदी गांव की ओर जाने वाली सड़कों को नुकसान पहुंचा है. कुछ किसानों के सेब के बागान भी बह गये या उन्हें नुकसान पहुंचा.
एसडीएम निशांत ठाकुर और डीएसपी घटनास्थल पर पहुंच गये. मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है.
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