महाराष्ट्र एफेड्रिन मामला : आरोपी को सरकारी गवाह नहीं बनने की मिली धमकी
महाराष्ट्र के ठाणो में हाल ही में पर्दाफाश किए गए मादक पदार्थों की तस्करी के एक बड़े गिरोह से जुड़े मामले में एक आरोपी को माफिया सरगनाओं ने सरकारी गवाह नहीं बनने की धमकी दी है.
(फाइल फोटो) |
विशेष लोक अभियोजक शिशिर हीरे ने बुधवार को विशेष न्यायाधीश और जिला न्यायाधीश एच एम पटवर्धन को इसकी जानकारी दी.
एवोन लाइफसाइंसेज लि. के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी और आरोपी पुनीत श्रृंगी हाल तक ठाणो जेल में बंद था और अभी वह गुजरात एटीएस की हिरासत में है.
अभियोजन ने अदालत में कहा कि पुनीत ने पुलिस और अभियोजन को सूचना दी कि उसे धमकी दी गयी है कि अगर वह मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराता है तो उसका सफाया कर दिया जाएगा.
हीरे ने एवोन लाइफसाइंसेज से जुड़े करोड़ों रूपए के ड्रग गिरोह के गिरफ्तार कुछ सदस्यों की जमानत याचिकाओं का विरोध करते हुए अदालत में यह टिप्पणी की.
इसके पहले ठाणो पुलिस ने मीडिया कर्मियों से कहा था कि मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत दिए गए अपने बयान में इफेड्रिन की बिक्री के संबंध में केन्या तथा दुबई में हुयी अहम बैठकों तथा काम करने के तरीके का ब्यौरा दिया.
हाल ही में पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को विकी गोस्वामी से जुड़े करोड़ों रूपए के इस रैकेट में प्रमुख आरोपी बताया गया था और मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि वह अवैध गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थीं.
पुलिस ने ममता कुलकर्णी और गोस्वामी के प्रत्यर्पण के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. कहा जाता है कि दोनों के बीच बेहद करीबी संबंध हैं और वे अभी केन्या में रहते हैं.
मामले में कुल 17 आरोपी हैं और उनमें सात अभी फरार हैं।. शेष 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अभी न्यायिक हिरासत में हैं.
इस गिरोह का पर्दाफाश उस समय हुआ था जब पुलिस ने करीब 2,000 करोड़ रूपए मूल्य का करीब 18.5 टन इफेड्रिन जब्त किया था.
इस बीच हीरे ने चार आरोपियों की जमानत याचिका का विरोध किया और कहा कि वे इसके हकदार नहीं हैं क्योंकि वे सभी अपराध में सहयोगी रहे हैं.
Tweet |