पोता नहीं हुआ तो पोती को जिन्दा नहर में फेंका
हरियाणा की एक महिला ने पोते की चाह पूरी नहीं होने पर नवजात पोती को जिन्दा नहर में फेंका दिया.
नवजात बच्ची |
पिछले दिनों एक दिन की नवजात बच्ची के गायब होने के मामले में नया खुलासा हुआ है. बच्ची की दादी ने ही अपनी पोती को जिन्दा नहर में फेंका था. पुलिस ने बच्ची की दादी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जंहा पर मां-बेटे को जेल भेज दिया गया.
थाना प्रभारी राजबीर सिंह ने पत्रकारा वार्ता में मामले का पटाक्षेप करते हुए बताया कि फफड़ाना निवासी जयपाल के घर पहले से ही दो बेटियां थी. गत 21 अगस्त को जयाल की पत्नि रूबी ने नगर के एक नीजि अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था.
एसएचओ ने बताया कि बच्ची के जन्म के बाद से ही बच्ची का पिता जयपाल और दादी रामप्यारी काफी गुस्से में थी. दादी रामप्यारी ने रूबी को उसकी बच्ची का चेहरा भी नहीं देखने दिया और किसी निसंतान को बच्ची गोद देने की बात कहकर बच्ची और अपने बेटे को कार में बैठाकर सफीदों की ओर ले गई.
सफीदों के पास जाकर उसने अपने बेटे जयपाल को अपनी बातों से प्रभावित किया और बच्ची को मां की गोद से लेकर जिंदा ही 3 नम्बर ड्रेन में फेंक दिया.
गौरतलब है कि गत 21 अगस्त को बच्ची को जन्म देने के बाद उन्होने गांव में एक कहानी गढ़ी कि उनके घर बेटा पैदा हुआ था जिसकी जन्म के कुछ समय बाद ही मृत्यु हो गई और वे उसे सफीदों के नजदीक किसी शमशानघाट में दफना आए हैं.
शक होने पर गांव के किसी अज्ञात व्यक्ति ने उपायुक्त को इसकी शिकायत की थी. शिकायत के आधार पर डिप्टी सीएमओ करनाल राजेन्द्र सिंह की अगुआई में एक टीम ने जांच की और मामला संदिग्ध होने पर बच्ची के पिता के खिलाफ थाने मे शिकायत दी.
शिकायत पर कारवाई करते हुए जयपाल के खिलाफ बच्ची को गायब करने का मामला दर्ज क उसे गिरफ्तार किया गया. अदालत ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा जंहा वह टूट गया और सारी असलियत बयान कर दी.
जयपाल के खुलासे के बाद आज उसकी माता रामप्यारी को भी गिरफ्तार किया गया और दोनों को अदालत में पेश किया गया. अदालत ने दोनो को न्यायायिक हिरासत में भेज दिया.
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