श्रीनगर में पृथकतावादियों द्वारा आहूत हड़ताल के दौरान संघर्ष : दो घायल

Last Updated 27 Jun 2015 10:25:17 PM IST

श्रीनगर में जामिया मस्जिद पर शुक्रवार को पुलिस कार्रवाई की मजम्मत के लिए पृथकतावादी समूहों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के दौरान शहर में युवकों और पुलिस के बीच हिंसक संघर्ष में एक युवक और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया.




श्रीनगर में हड़ताल के दौरान हिंसक संघर्ष, पुलिस पर पत्थर फेंकते हुए युवक.

पुलिस ने बताया कि हिंसक संघर्षं के दौरान आईआरपी का हेड कांस्टेबल बंसी लाल सिर पर पत्थर लगने से घायल हो गया. उसे उपचार के लिए एसकेआईएमसी सौरा ले जाया गया है.

पुलिस के अनुसार 20-25 युवकों के एक समूह ने जामिया मस्जिद के निकट नौहट्टा इलाके में सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके. इसके बाद प्रदर्शनकारी शहर के राजौरी कदल चौक और सराफ कदल इलाकों की तरफ बढ़ गए.

पुलिस के अनुसार संघर्ष के दौरान 25 बरस का युवक साहिल अहमद चोंका सीने और आंखों पर छर्रे लगने से घायल हो गया. उसे यहां एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जाती है.

\"\"राजौरी कदल में प्रदर्शन के दौरान कुछ युवकों ने विवादित झंडे भी लहराए. शहर के पुराने कुपवाड़ा इलाके से भी संघर्ष के समाचार मिले हैं.

श्रीनगर के पृथकतावादी समूहों ने प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच टकराव के विरोध में शनिवार को की इस हड़ताल का आह्वान किया था.

अधिकारियों ने बताया कि लाल चौक सिटी सेंटर में दुकानें बंद थीं, लेकिन जिले के अन्य भागों में यह खुली रहीं. रेहड़ी पटरी वालों ने रोजमर्रा की तरह अपना कामकाज किया और ज्यादातर इलाकों में सार्वजनिक वाहन भी सामान्य ढंग से चलते नजर आए.

अधिकारी ने बताया कि पूरे श्रीनगर जिले में सरकारी कार्यालय और बैंक खुले रहे हालांकि बंद के आह्वान को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात के तौर पर स्कूलों को बंद रखा गया.

प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच कल यहां उस समय टकराव हो गया था, जब नौहट्टा इलाके में कुछ युवकों ने पाकिस्तान और वैश्विक आतंकी संगठन आईएस का झंडा लहराया.



जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज खत्म होते ही बड़ी संख्या में युवकों ने आजादी और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए और नौहट्टा चौक की तरफ बढ़ने का प्रयास किया. पुलिस ने यह जानकारी दी.

हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने दावा किया कि पुलिस ने मस्जिद के भीतर आंसू गैस के गोले छोड़े. उन्होंने इसे धार्मिक मामलों में दखलंदाजी बताया. इस मस्जिद का संचालन करने वाले अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद ने पुलिस कार्रवाई की मजम्मत करने के लिए इस हड़ताल का आह्वान किया था.

इस हड़ताल को मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस का भी समर्थन हासिल था. उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से मस्जिद के भीतर जुमे की नमाज अदा करने पहुंचे जायरीन को भारी परेशानी हुई. सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े, जेकेएलएफ और कश्मीर इकॉनामिक अलायंस ने भी इस हड़ताल का समर्थन किया.

 

 



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