चंद्रपुर वन्य क्षेत्रों के असंरक्षित हिस्सों में हैं 48 बाघ
महाराष्ट्र में चंद्रपुर जिले के संरक्षित वन्यक्षेत्रों के बाहर कुल 48 बाघ पाए गए हैं.
चंद्रपुर में हैं 48 बाघ (फाइल फोटो) |
इसके चलते तडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (टीएटीआर) वाले जोन में बाघों की संख्या 120 हो गई है.
क्षेत्रीय वनों के असंरक्षित हिस्सों और महाराष्ट्र वन विकास निगम के तहत आने वाले इलाकों में बाघों की संख्या का आकलन करने वाला यह अध्ययन पिछले चार माह में वाइल्डलाइफ कंजव्रेशन ट्रस्ट (डब्ल्यूसीटी) द्वारा किया गया.
सर्वेक्षण के अनुसार, जिले में बाघों की संख्या 120 है, जिनमें से 60 बाघ मूलक्षेत्र में हैं जबकि 12 बाघ टीएटीआर के मध्यवर्ती क्षेत्र में हैं.
डब्ल्यूसीटी के अध्यक्ष अनीश अंधरिया ने कहा, ‘संरक्षित क्षेत्र के बाहर 2000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रीय वन्य इलाके में किया गया यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है. यह भी दिलचस्प है कि इन क्षेत्रों के कुछ ब्लॉकों में बाघ घनत्व कुछ बाघ रिजर्व की तुलना में ज्यादा पाया गया.’
उन्होंने कहा कि कन्हलगांव-केंद्रीय चंदा ब्लॉक में बाघ घनत्व 2.34 पाया गया, जो कि राज्य के मेलघाट टाइगर रिजर्व से ज्यादा है. इसी तरह जुनोना-केंद्रीय चंदा ब्लॉक में बाघ घनत्व 1.77 पाया गया, जो कि सहयाद्रि टाइगर रिजर्व से ज्यादा है.
मुख्य वन संरक्षक (चंद्रपुर सर्किल) संजय ठाकरे ने कहा कि चंद्रपुर वन विभाग के प्रायोजन से यह सव्रे किया गया. उन्होंने कुछ निष्कषरें को उत्साहवर्धक बताते हुए कहा, ‘हमारे पास सव्रे के लिए आवश्यक विशेषज्ञता और उपकरण नहीं हैं इसलिए हमने डब्ल्यूसीटी से मदद मांगी थी.’
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