जम्मू और कश्मीर में सरकार गठन को लेकर बातचीत तेज, भाजपा और पीडीपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की
पीडीपी और भाजपा जम्मू-कश्मीर में गठबंधन वाली सरकार बनाने की दिशा में बढ़ते नजर आ रहे हैं.
राज्यपाल एन एन वोहरा और भाजपा महासचिव राम माधव (फाइल फोटो) |
दोनों दलों के नेताओं ने बुधवार को राज्यपाल एन एन वोहरा से अलग-अलग मुलाकात कर बातचीत में प्रगति को लेकर उन्हें अवगत कराया. सरकार गठन के लिए भाजपा के साथ बातचीत की जिम्मेदारी संभाल रहे पीडीपी के विधायक हसीब द्राबू ने राज्यपाल से मुलाकात की. इससे पहले राज्यपाल से भाजपा महासचिव राम माधव के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की.
महत्वपूर्ण है कि इन मुलाकातों के बाद राज भवन ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि 'सरकार गठन को लेकर पीडीपी-भाजपा की बातचीत से जो कुछ निकला है उस बारे में द्राबू ने राज्यपाल को अवगत कराया. दोनों दलों के बीच करीब एक महीने से निरंतर बातचीत चल रही है और आने वाले दिनों में व्यापक रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है.'
एक और विज्ञप्ति में राजभवन ने कहा कि एक घंटे की मुलाकात के दौरान माधव ने राज्यपाल को 'सरकार के गठन पर भाजपा-पीडीपी के बीच चल रही चर्चा की मौजूदा स्थिति के बारे में अवगत कराया.' माधव के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर और पार्टी के विधायक निर्मल सिंह भी राज्यपाल के पास मुलाकात के लिए पहुंचे थे.
द्राबू ने मीडिया से बातचीत करने से इंकार किया. माधव ने संवाददाताओं से कहा कि 'विधिवत संवाद जल्द आरंभ होगा. हम उस दिशा में जमीनी कार्य के लिए काम कर रहे हैं. इसके पूरा होने के बाद विधिवत संवाद शुरू होगा. प्रक्रिया के पूरा होने में कुछ समय और लगेगा.'
उन्होंने कहा, ''पीडीपी के साथ हमारी बातचीत चल रही है. बातचीत में प्रगति हुई है. पार्टियों के बीच उन दो-तीन मुद्दों पर चर्चा की जरूरत है जिनको लेकर वैचारिक मोर्चे पर स्वीकृति मिलना जरूरी है. इसके बाद हम निष्कर्ष पर पहुंचेंगे.''
माधव ने कहा, ''हमारा मानना है कि हम जल्द ऐसी स्थिति में पहुंच जाएंगे कि राज्य को स्थिर सरकार दे सकें लेकिन मुझसे मुद्दों के बारे में मत पूछिए.'' उन्होंने कहा, ''हमने राज्यपाल को सूचित किया कि बातचीत चल रही है. हम जम्मू-कश्मीर में स्थिर सरकार बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं.''
भाजपा महासचिव ने जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन और दिल्ली में चुनाव के बीच किसी तरह का संबंध होने से इंकार किया. यह पूछे जाने पर कि सरकार के गठन का समय अब नजदीक है तो उन्होंने कहा, ''इसका आकलन करना आपके ऊपर है.''
पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर के 87 सदस्यीय सदन के लिए खंडित जनादेश आया था. पीडीपी 28 विधायकों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी तो भाजपा 25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही. नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिलीं.
जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन पर पीडीपी के प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा, ‘‘इंशाअल्ला यह जल्द होगा. इसमें ज्यादा वक्त नहीं लगेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत चल रही है. मुद्दों पर बातचीत जारी है. साझा न्यूनतम कार्यक्र म को अंतिम रूप दिए जाने के बाद सरकार का गठन होगा.’’
सरकार के संभावित संगठन से पहले पीडीपी और भाजपा राज्यसभा चुनाव के लिए साथ आ सकते हैं. आगामी सात फरवरी को जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव होना है.
भाजपा अपने दो उम्मीदवारों के नाम पहले ही घोषित कर चुकी है. कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और सैफुद्दीन सोज का कार्यकाल 10 फरवरी और नेशनल कांफ्रेंस के गुलाम नबी वानी और मोहम्मद शफी का कार्यकाल 15 फरवरी को पूरा हो रहा है. ऐसे में ये चारों सीटें खाली हो रही हैं. चुनाव आयोग ने राज्ससभा की चार सीटों के चुनाव के लिए तीन अलग अलग अधिसूचनाएं जारी की है.
जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन पर पीडीपी के प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा, ‘‘इंशाअल्ला यह जल्द होगा. इसमें ज्यादा वक्त नहीं लगेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत चल रही है. मुद्दों पर बातचीत जारी है. साझा न्यूनतम कार्यक्रम को अंतिम रूप दिए जाने के बाद सरकार का गठन होगा.’’
सरकार के संभावित संगठन से पहले पीडीपी और भाजपा राज्यसभा चुनाव के लिए साथ आ सकते हैं. आगामी सात फरवरी को जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव होना है.
भाजपा अपने दो उम्मीदवारों के नाम पहले ही घोषित कर चुकी है. कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और सैफुद्दीन सोज का कार्यकाल 10 फरवरी और नेशनल कांफ्रेंस के गुलाम नबी वानी और मोहम्मद शफी का कार्यकाल 15 फरवरी को पूरा हो रहा है. ऐसे में ये चारों सीटें खाली हो रही हैं.
चुनाव आयोग ने राज्ससभा की चार सीटों के चुनाव के लिए तीन अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की हैं.
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