सिख-विरोधी दंगों के विरोध में पंजाब बंद से जनजीवन प्रभावित
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंटस फेडरेशन और सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने 1984 में हुए सिख-विरोधी दंगों के विरोध में ‘पंजाब बंद’ का आह्वान किया है.
पंजाब बंद |
हालांकि एआईएसएसएफ और एसएसएफ दोनों ने आज किए गए अपने आह्वान में बंद को शांतिपूर्ण रखने और गुमराह करने वाली किसी भी सूचना पर विश्वास नहीं करने को कहा है.
दिल्ली में 30 साल पहले एक नवंबर, 1984 को भड़के सिख-विरोधी दंगों के विरोध में इस बंद का आयोजन किया गया है.
एआईएसएसएफ के अध्यक्ष करनैल सिंह पीरमोहम्मद ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस नेताओं ने सिख समुदाय के खिलाफ हमलों को संगठित किया और हत्याएं करायीं.
पीरमोहम्मद ने एसएसएफ के अध्यक्ष परमजीत सिंह खालसा के साथ मिलकर कहा, ‘हम पंजाब के लोगों और शिरोमणि अकाली दल ‘बादल’ सरकार से बंद का समर्थन करने और सरकारी दफ्तरों, व्यवसायों, शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का अनुरोध करते हैं.’
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