विधावओं ने किया 'मां दुर्गा' का दर्शन, याद आये पुराने दिन
खुशियों से महरूम बुजुर्ग विधवाओं ने वर्षों बाद ‘महासप्तमी’ के मौके पर कोलकाता में लगे पंडालों में जाकर मां दुर्गा का दर्शन किया.
बुजुर्ग विधवाएं (फाइल) |
एक वृद्धाश्रम के 20 बुजुर्गों ने ‘महासप्तमी’ के मौके पर शहर में लगे पंडालों का बुधवार को दौरा किया और त्यौहार की खुशियों में वे शामिल हुए.
65 से 90 साल की आयु वाले बुजुर्गों को शहर की पुस्कार विजेता चलता बागान पूजा सहित शहर की 10 सर्वाधिक लोकप्रिय पंडालों में ले जाया गया.
करीब 70 साल की अरूणा साहनी (बदला हुआ नाम) के चेहरे पर दुर्गा पूजा पंडालों के परिष्कृत डिजाइन और चमक देखकर खुशी झलक रही थी. उन्होंने अपने वो दिन याद किए जब वह सालों पहले पंडाल में आई थीं.
इस कमजोर सी महिला ने अपने पति को 10 साल पहले खो दिया था, जिसके बाद ‘लिटिल सिस्टर ऑफ पूअर’ ने उन्हें अपना लिया था. उन्होंने कहा कि जवानी के दिनों में मैं अपने पति और परिवार के साथ शहर के पंडालों में आती थी तो डिजाइन, सजावट और दुर्गा की मूर्तियां बहुत सरल लगती थीं. यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कैसे उन सजावटों, डिजाइनों और सबकुछ को इतना परिष्कृत कर दिया गया है.
इनमें से कुछ बुजुर्ग मुश्किल से चल पाते हैं इसलिए उन्हें एनजीओ के स्वयंसेवकों ने सहारा दिया हैं. उनकी मदद से उन्हें वाताकूनुलित बसों में बिठाकर पंडालों तक ले जाया गया.
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