उमर अब्दुला ने पाक को दी नसीहत
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह अपने आतंरिक हालात सुधारने की कोशिश करे.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (फाइल फोटो) |
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह यहां के गांवों पर गोलीबारी और बमबारी करने की बजाए अपने आतंरिक हालात सुधारने की कोशिश करे.
जोरा फार्म इलाके में सीमा के पास रहने वाले ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उनके (पाकिस्तान के) आंतरिक हालात बहुत खराब हैं. आपके (ग्रामीणों) जीवन को परेशान करने की बजाए उन्हें अपने आतंरिक हालात और अपनी खुद की जिंदगियां बेहतर करने की कोशिश करनी चाहिए थी और इसपर ध्यान देना चाहिए था. इससे उन्हें ज्यादा फायदा होता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह आपके घरों पर बमबारी कर क्या हासिल करते हैं? आप लोगों को मारकर उन्हें क्या मिलता है? यह मुझे समझ नहीं आता.’’
उमर ने कहा, ‘‘यह आपके लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि पड़ोसी मुल्क कुछ कारणों से हमारे साथ अच्छे रिश्ते बनाए नहीं रखना चाहता.’’
उमर ने बैठक रद्द करने के लिए मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए
पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द करने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा दिए गए तर्क पर प्रहार करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वार्ता को बहाल किए जाने की जरूरत है क्योंकि इसका दूसरा कोई विकल्प नहीं है.
उमर ने भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त के साथ कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की बैठक के कारण वार्ता रद्द करने के निर्णय पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि इसके बजाए संघर्षविराम उल्लंघन और पाकिस्तान की अंदरूनी स्थिति को कारण बनाया जाना चाहिए था.
उमर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर संघर्षविराम उल्लंघन कारण होता तो ठीक था. अगर पाकिस्तान में अनिश्चितता भी कारण होता तो कुछ हद तक समझ में आता है. लेकिन ‘‘जिस कारण (पाकिस्तानी उच्चायुक्त द्वारा कश्मीरी अलगाववादियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया जाना) से भारत सरकार ने वार्ता को रद्द किया, वह केवल एक चाय की प्याली है?’’
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