ममता के सुझाव को माकपा ने किया खारिज
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के इस सुझाव को माकपा ने खारिज कर दिया कि किसी भी दल के साथ बातचीत हो सकती है.
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी (फाइल) |
माकपा ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के साथ बातचीत का कोई सवाल नहीं है और उनसे मुलाकात केवल राजनीति के मैदान में होगी.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने यहां कहा कि तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह असामाजिक तत्वों की पार्टी है. उनसे बातचीत का कोई सवाल ही नहीं है.
माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य भट्टाचार्य ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा कि हम केवल राजनीतिक संघर्ष के रास्ते पर मिलेंगे.
वाम मोर्चा के अध्यक्ष और माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य बिमान बोस ने भी भट्टाचार्य के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि हम केवल राजनीति के अखाड़े में तृणमूल कांग्रेस से मिलेंगे.
बिहार में भाजपा को रोकने के लिए चिर प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के गठजोड़ के बारे में पूछे जाने पर ममता बनर्जी ने शुक्रवार को स्थानीय समाचार चैनलों से कहा था कि अगर बंगाल में इस तरह की स्थिति बनती है तो हम विचार करेंगे. मेरा अब भी मानना है कि कोई अस्पृश्य नहीं है.
एक समय हमारा एसयूसीआई से गठजोड़ था. हमारे अन्य कुछ छोटे दलों से भी गठजोड़ रहे हैं. अगर कोई आगे आता है तो हम बातचीत कर सकते हैं. लोकतंत्र में किसी को बातचीत के दरवाजे बंद नहीं करने चाहिए. कोई विकल्प समाप्त नहीं होना चाहिए.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह माकपा से हाथ मिलाएंगी तो उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा नहीं कहा. मैंने केवल इतना कहा कि अगर कोई प्रस्ताव आता है तो हम हमारी पार्टी में विचार करेंगे.
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