बंद से असम में सामान्य जनजीवन प्रभावित
असम-नगालैंड सीमा पर हाल ही में हुई हिंसा में नौ लोगों की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूहों पर पुलिस ने गोली चलाई थी.
बंद से असम में सामान्य जनजीवन प्रभावित (फाइल फोटो) |
गोलाघाट में बुधवार को पुलिस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत के खिलाफ विपक्षी असम गण परिषद (एजीपी) और असम टी ट्राइब्स स्टूडेंट्स एसोसिएशन द्वारा बुलाये गये 12 घंटे के असम बंद से प्रदेशभर में जनजीवन प्रभावित हुआ.
छात्रों के अनेक संगठनों, चाय बागानों में काम करने वाले जनजातीय मजदूरों, परिवहन और अन्य क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं ने एजीपी के साथ मिलकर प्रदेशभर में सड़कों पर पुलिस गोलीबारी की घटना का विरोध किया.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के किसी भी हिस्से से बंद के चलते कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है. फिर भी सुरक्षा बल कड़ी निगरानी रख रहे हैं ताकि कोई अप्रिय स्थिति नहीं पैदा हो.
सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थान बंद रहे और सरकारी दफ्तरों में मौजूदगी नहीं के बराबर थी.
सड़कों से बसें भी नदारद थीं. हालांकि रेल और विमान सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा.
भाजपा की प्रदेश इकाई ने बंद को अपना समर्थन जताया है और यहां जुलूस निकालने के बाद मुख्यमंत्री तरण गोगोई का पुतला जलाया गया.
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