स्वदेशी रोबोट की मदद से बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाया
स्वदेशी रोबोट की मदद से मदुरै में बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाया गया है.
रोबोट की मदद से बच्चे को बचाया (फाइल फोटो) |
मदुरै के एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा बनाए गये स्वदेशी यंत्र ‘बोरवेल रोबोट’ की मदद से दक्षिणी तमिलनाडू के तिरूनवेल्ली स्थित एक गांव के खूले बोरवेल में गिरे तीन वर्षीय लड़के को बचा लिया गया.
बच्चे के बचाव दल में शामिल रहे एम मनीगनदन ने बताया कि 14 अप्रैल को इस यंत्र की सहायता से पहली बार बच्चे को सफलतापूर्वक बचा लिया गया.
आईटीआई प्रशिक्षित और गांव के लोगों के लिए दूरस्थ शिक्षा देने वाले एक कॉलेज में प्राध्यापक के रूप में काम कर रहे 43 वर्षीय रोबोट निर्माता बताते हैं कि इस रोबोट को बनाने में कई साल लग गये. मैं अपने बच्चे को याद करके इस काम के लिए प्रेरित होता था जो 2003 में गलती से बोरवेल में गिरकर बच पाया था.
उन्होंने बताया कि लोहे की साधारण फ्रेमवर्क का बना यह रोबोट दो फीट उंचा है और इसका वजन पांच किलो है. इसके उपर एक हुक लगा हुआ है जिससे रस्सी को लटकाकर गहरे बोरवेल में पहुंचाया जा सकता है.
यंत्र में उच्च तीवता का कैमरा लगा हुआ है जो घने अंधरे में भी तस्वीरें खींचने में सक्षम है. तस्वीरों को कंप्यूटर मानिटर पर देखा जा सकता है. इसमें अलग हो सकने वाले भुजाएं हैं. यह 50 किलोग्राम तक वजन उठा सकता है.
वे चाहते हैं कि इस ‘रेसक्यू रोबोट’ को बनाने के लिए सरकार को आगे आना चाहिए और फायर स्टेशन में लोगों की सहायता के लिए रखा जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि इसे बनाना बहुत आसान है. इसका खर्च 60 हजार रूपये से ज्यादा नही आएगा.
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