केजरीवाल सरकार ने दंत चिकित्सकों के कैडर के गठन को दी मंजूरी

Last Updated 15 May 2022 01:38:14 AM IST

केजरीवाल सरकार ने डेंटल सर्जन सर्विस रूल्स के लिए एक कैडर के गठन को मंजूरी दी है।


केजरीवाल सरकार ने दंत चिकित्सकों के कैडर के गठन को दी मंजूरी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेंटल हेल्थ सिस्टम को मजबूत करने के लिए डेंटल सर्जन कैडर के गठन का निर्णय लिया है। यह दिल्ली में दंत चिकित्सकों के लिए इस तरह का पहला कैडर है। केजरीवाल सरकार के इस कदम से पिछले दो दशकों से दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में अस्थाई तौर पर सेवाएं दे रहे दंत चिकित्सक अब नियमित हो पाएंगे। साथ ही कैडर के गठन के बाद नियमित भर्ती में भी मदद मिलेगी।

दंत सर्जनों की समस्या सुनकर स्वास्थ्य मंत्री ने मांगे मानी

डेंटल सर्जन कई साल से कैडर के गठन करने की मांग कर रहे थे। सर्जनों की भर्ती के 23 साल बाद डेंटल कैडर नियमों को अधिसूचित किया गया है। यह दंत चिकित्सक साल 1998 में अस्थाई तौर पर नियुक्त किए गए थे। तब से दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों में ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहे थें। डेंटल सर्जन कैडर के गठन को लेकर दंत चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार आवाज उठाई, लेकिन हर बार हताशा ही हाथ लगी। दिल्ली में केजरीवाल सरकार के सत्ता में आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने डेंटल सर्जनों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक कर उनकी मांगें सुनीं और साल 2018 में दंत स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए एक समिति बनाने का निर्देश दिया।

समिति की मांग पर विचार विमर्श करते हुए केजरीवाल सरकार ने कैडर के गठन को मंजूरी दी है। इस समिति के अहम सदस्यों में शामिल रहे डॉ जहीरु द्दीन, डॉ. हरप्रीत ग्रेवाल, डॉ अनिल मित्तल और डॉ विंक्रांत मोहंती ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की इस पहल से डेंटल सर्जनों में खुशी की लहर है। अस्थाई तौर पर 23 वर्षो तक काम करने के बाद अब उन्हें रैग्युलर किया जाएगा।

डेंटल सर्जनों में खुशी की लहर

दरअसल, डेंटल सर्जन्स कैडर की एक टीम स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का आभार व्यक्त करने उनके आवास पर पहुंची। इस पर स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने हाल ही में डेंटल सर्जन सर्विस रूल्स के लिए एक कैडर गठन को मंजूरी दी है। इस कदम से पिछले 23 साल से अस्थाई रूप से काम कर रहे डॉक्टरों की सेवाओं को नियमित करने और नियमित नई भर्तियों में सहायता मिलेगी। इससे भविष्य में ट्रान्सफर और पोस्टिंग की प्रक्रिया को भी सुचारु  बनाया जा सकेगा।

सुधरेगा भविष्य

डेंटल सर्जन्स का कहना है कि दिल्ली में अभी तक ऐसा कोई कैडर नहीं है।  केजरीवाल सरकार के मार्गदशर्न के चलते डेंटल सर्जनों द्वारा दो दशकों से उठाई जा रही मांग और कैडर के गठन का सपना पूरा हो पाया है। डेंटल सर्जन कैडर के गठन से भविष्य सुधरेगा। दिल्ली एलोपैथिक कैडर नियम 2009 की तर्ज पर ही राजधानी में डेंटल हेल्थ सिस्टम को मजबूत करने के डेंटल सर्जन कैडर बनाने का निर्णय बेहद सराहनीय है।

फिलहाल सेंट्रल हेल्थ सर्विसेज के डॉक्टरों को राज्य सरकार के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में बहुत कम जानकारी है। कैडर के गठन से इस अंतर को कम में मदद मिलेगी। इसके अलावा केंद्र और राज्य, दोनों स्तरों पर टेक्निकल लीडरशिप और मैनेजमेंट में सुधार होगा। कैडर में शामिल दंत विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाएंगे। साथ ही भविष्य में दंत चिकित्सकों की भर्ती भी सीधे तौर पर होगी।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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