जहांगीरपुरी : अब ED की एंट्री, मुख्य आरोपी अंसार व अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जहांगीरपुरी में हाल में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार समेत विभिन्न संदिग्धों के खिलाफ धन शोधन का एक मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
![]() जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार |
संघीय एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है। ईडी की ईसीआईआर पुलिस की प्राथमिकी के समान होती है। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने हाल में ईडी को पत्र लिखकर एजेंसी (ईडी) से (धन शोधन की) जांच करने का अनुरोध किया था। उन्होंने मामले में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों द्वारा प्राप्त किये गये प्रारंभिक तथ्यों और उनके द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी का हवाला दिया था। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस में दर्ज इन शिकायतों के बाद ईडी ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, जहांगीरपुरी के बी-ब्लॉक का रहने वाला अंसार (35) हिंसा की घटना का कथित ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ है। पुलिस ने कहा कि शुरूआती जांच के दौरान यह सामने आया है कि अंसार के कई बैंक खातों में रुपए हैं और उसके पास कई संपत्ति भी हैं, जिन्हें कथित तौर पर जुआ की रकम से खरीदा गया।
ईडी सभी आरोपियों से पूछताछ कर सकती है और उनके वित्तीय लेनदेन की जांच कर सकती है। उसे धन शोधन की जांच के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार करने तथा उनकी संपत्ति कुर्क करने का भी अधिकार है। अभी तक, हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है। क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है। अंसार समेत पांच आरोपियों के खिलाफ रासुका में मामला दर्ज किया गया है।
चैनलों की कवरेज पर जताई आपत्ति
सरकार ने यूक्रेन-रूस संघर्ष और जहांगीरपुरी हिंसा की टीवी कवरेज पर शनिवार को आपत्ति जताते हुए समाचार चैनलों को सख्त परामर्श जारी किया, जिसमें उनसे संबद्ध कानूनों द्वारा निर्धारित कार्यक्रम संहिता का पालन करने के लिए कहा गया है।
सरकार ने यूक्रेन-रूस संघर्ष की रिपोर्टिंग करने के दौरान न्यूज एंकर्स के अतिशयोक्तिपूर्ण बयानों व सनसनीखेज सुर्खियां/टैगलाइन प्रसारित करने तथा अपुष्ट सीसीटीवी फुटेज प्रसारित कर उत्तर-पश्चिम दिल्ली में हुई घटनाओं की जांच प्रक्रिया बाधित करने की कुछ घटनाओं का हवाला दिया है। सरकार ने यह भी कहा कि उत्तर-पश्चिम दिल्ली में हुई घटनाओं पर चैनलों पर कुछ परिचर्चा असंसदीय, उकसावे वाली और सामाजिक रूप से अस्वीकार्य भाषा में थीं।
पांच आरोपी आठ दिन की पुलिस हिरासत में
जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अदालत ने पांच आरोपियों को आठ दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। वहीं उसने चार अन्य आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस हिरासत में भेजे गए पांचों आरोपी अंसार, सलीम, दिलशाद, सोनू और अहीर के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया है। शनिवार को सभी नौ आरोपियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि मामला बहुत संवेदनशील है। इस मामले की साजिश में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जानी है।
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