दिल्ली में ऑटो व रिक्शा में सिर्फ 1 यात्री को इजाजत से भाजपा नाखुश

Last Updated 19 May 2020 04:10:54 PM IST

कोरोनाकाल में दिल्ली सरकार द्वारा मंगलवार से राष्ट्रीय राजधानी में यात्रियों की संख्या तय कर ऑटो, ई-रिक्शा, साइकिल-रिक्शा और बसें चलाए जाने की इजाजत दिए जाने पर राजनीति शुरू हो गई है।




भाजपा केजरीवाल सरकार के इस फैसले से खुश नहीं है। भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी ने ट्वीट कर केजरीवाल सरकार से पूछा है कि रिक्शा और ऑटो में सिर्फ एक सवारी को ले जाने की इजाजत से किराया ज्यादा लगेगा, भला गरीब आदमी कैसे चुका पाएगा किराया?

वहीं, भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री की मंशा पर सवाल उठाते हुए बस सेवा टिकट-फ्री किए जाने की मांग की है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा है, "सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बस में 20 लोगों से पैसा क्यों लोगे साहेब? काम पर ही तो जा रहे हैं,दिल्ली की बस सेवा फ्री कर दो जनता के लिए।"



उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है, "54 दिन के लॉकडाउन में दिल्ली में एक भी जगह आप निरीक्षण करने क्यों नहीं गए?"

तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राउंड पर मुख्यमंत्री नदारद रहे, दिल्ली में राशन ठीक से नहीं बांटा गया। दिल्ली के अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे। प्रवासी भाई-बहनों को रोकने और समझाने में सरकार विफल रही।

दिल्ली सरकार ने ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा और साइकिल रिक्शा में सिर्फ एक यात्री को ले जाने की इजाजत दी है। साथ ही टैक्सी और कैब में दो सवारियों को अनुमति दी है। ग्रामीण सेवा और फटफट सेवा को 2 पैसेंजरों के साथ चलने की इजाजत होगी, साथ ही आरटीवी में ज्यादा से ज्यादा 11 पैसेंजरों की अनुमति दी गई है। साथ ही, बस में ज्यादा से ज्यादा 20 यात्रियों को चढ़ने की अनुमति दी गई है। बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग करने को भी कहा गया है।

फोर व्हीलर गाड़ियों में ड्राइवर के साथ दो लोगों को बैठने की इजाजत होगी। इसके अलावा बाइक से सिर्फ चलाने वाले को चलने की इजाजत है। उसके साथ पिछली सीट पर किसी को भी बैठाने की अनुमित नहीं दी गई है।

दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के मामले बढ़कर 10,054 हो गए। पिछले 24 घंटों में कोई मौत नहीं हुई, लेकिन मौत का आंकड़ा अब 168 हो गया है।
 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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