मरीज के संपर्क में आने पर भी नहीं कर रहे क्वारेंटाइन, लगा रहे ड्यूटी

Last Updated 28 Apr 2020 02:15:37 AM IST

अस्पतालों के प्रशासन की लापरवाही से डाक्टर्स, नर्सिग स्टाफ, टेक्निीशियंस आदि का जीवन संकट में पड़ता जा रहा है।


मरीज के संपर्क में आने पर भी नहीं कर रहे क्वारेंटाइन, लगा रहे ड्यूटी

इस तथ्य का खुलासा सील किए गए अस्पतालों से प्राप्त डेटा के आधार पर हुआ है।   कोरोना पाजिटिव मरीज के संपर्क में आने के बावजूद प्रशासन स्टाफ की जांच नहीं करा रहा, बल्कि स्टाफ की दूसरे  डिपार्टमेंट में डय़ूटी लगा दी जा रही है।
15 दिन पहले लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एक नर्सिग स्टाफ कोरोना पाजिटिव पाई गई। उसकी ड्यूटी प्रसूति यूनिट में थी। लेकिन उसे क्वारेंटाइन में भेजने की जगह उसकी ड्यूटी दूसरे डिपार्टमेंट में लगा दी गई। रविवार को यहां के स्टाफ ने निजी लैब में अपनी जांच कराई।

इसके बाद डा. बीके तिवारी, डा. अखिलेश सहगल, डा. अर्चना सिंह, डा. निदा, डा. अपराजिता, नर्सिग स्टाफ में जिंसी मैथ्यू, लिना एस चरियन, रीतू कुमारी, सोबिता, ज्योति, लोकेशन, गोविंद, उर्मिला, विनोद, जितेंद्र, पंकज, नर्सिग अर्दली जोगिंदर, गिरीश, नेहा, गुलिस्ता, पिंकी, राहुल, हरी किशन, हाउसकीपिंग में लक्ष्मी, शीला, आजाद और पवन को क्वारेंटाइन में भेजा गया।

इसी तरह से जीटीबी अस्पताल में सर्जरी यूनिट के डा. वैभव शुक्ला को फीवर होने के बावजूद सर्जरी टीम में शामिल किया गया। अब तक अस्पताल में कम से कम 25 लोग संक्रमित हो चुके हैं। डा. अंबेडकर हॉस्पिटल के डॉक्टरों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन इरादतन स्टाफ को संक्रमित करने पर आमादा है। अस्पताल में टेस्टिंग लैब 5वीं मंजिल पर है। कोई पाजिटिव मरीज आया तो वह पूरे अस्पताल का चक्कर लगाकर वहां पहुंचेगा। इससे संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। यहां अब तक 12 डॉक्टर समेत 57 लोगों को क्वारेंटाइन किया जा चुका है। 

दस दिन पहले एक पाजिटिव महिला की मौत हो गई थी। लेकिन न तो किसी को क्वारेंटाइन किया गया और न ही जांच कराने की अनुमति दी। नतीजतन बीते 48 घंटे के दौरान संक्रमण की आशंका में 6 डाक्टरों समेत 60 लोगों को क्वरेंटाइन में भेजा गया है। ऐसी ही स्थिति अन्य अस्पतालों की भी है। मामले में दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंघला ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है, उन्हें डॉक्टरों के एक संगठन से एक शिकायत मिली है। इसकी जांच की जाएगी। संबंधित अस्पताल प्रमुख की जिम्मेदारी है कि वह डॉक्टरों, फ्रंटलाइन वर्कर्स के स्वास्थ्य का ख्याल रखें। 

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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