38वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला : प्रगति मैदान में ट्रेड फेयर 14 नवम्बर से

Last Updated 14 Nov 2018 06:17:07 AM IST

व्यापार संवर्धन के लिए हर साल 14 से 27 नवम्बर तक आयोजित किया जाने वाला भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला बुधवार से यहां प्रगति मैदान में शुरू होने जा रहा है।


प्रगति मैदान में ट्रेड फेयर आज से

बुधवार सुबह 11 बजे वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सीआर चौधरी इसका उद्घाटन करेंगे। केन्द्रीय संस्कृति राज्यमंत्री महेश शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। निर्माण कार्य के चलते इस बार मेले का आकार काफी छोटा होगा। उधर मंगलवार देर शाम तक यहां के कई पवेलियनों में स्टेज तैयार करने का ही काम चल रहा था। अभी इन पवेलियनों को सजाया जाना भी है और भागीदारों द्वारा अपना सामान डिस्प्ले भी किया जाना है। फेयर में सामान के साथ पहुंचे भागीदार भी परेशान है कि किस तरह से वह फेयर का उद्घाटन होने से पहले अपने सामान को सही तरीके से डिस्पले कर सकेंगे।
प्रगति मैदान में आयोजित होने वाला 38वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (ट्रेड फेयर) इस वर्ष कंस्ट्रक्शन कार्य के चलते काफी छोटे स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। ऐसे में फेयर से जुड़े काम समय से पहले पूरे हो जाने चाहिए थे, लेकिन जिस रफ्तार से यहां काम चल रहा है उसे देखते हुए लग नहीं रहा है कि बुधवार सुबह तक काम पूरा हो पाएगा। तेलंगाना राज्य का पवेलियन बनाने का काम कर रहे कर्मचारी ने बताया कि हॉल में रविवार से पवेलियन बनाने का काम शुरू किया है, लेकिन उनकी कोशिश है कि उद्घाटन से पहले काम पूरा कर लिया जाए। ध्यान रहे कि इस बार राज्य पवेलियनों को हॉल नम्बर-12 और 12ए में जगह मिली है। हाल नंबर 11 में आयकर निदेशालय, कॉफी बोर्ड आदि सरकारी विभाग के स्टॉल देखने को मिलेंगे। हॉल नंबर 9 और 10 में विदेशी भागीदार, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के स्टॉल होंगे। इस बार ट्रेड फेयर की थीम रूरल इंटरप्राइजेज इन इंडिया रखी गई है।



पाकिस्तान को नहीं मिली इंट्री
पाकिस्तान एक ओर सीमा पर छद्म युद्ध के साथ सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है और दूसरी ओर एशिया के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित व्यापार मेला ‘ट्रेड फेयर’ में शामिल होना चाहता है, लेकिन हमेशा की तरह लगातार तीसरे वर्ष उसे ट्रेड फेयर में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली है। पाकिस्तान ने मेले में शामिल होने के लिए एक हजार स्क्वायर मीटर जगह की मांग की थी। इटपो की जीएम (फेयर) हेमा मैती ने बताया कि इस बार पाकिस्तान ने बहुत बड़ी जगह (1000 स्क्वायर मीटर) की मांग की थी लेकिन उसे जगह नहीं दी गई। पाकिस्तान द्वारा सीमा पर आतंकी शिविरों को चलाने, आतंकी को प्रशिक्षित कर भारत में आतंकवाद फैलाने को लेकर वर्ष 2016 में सरकार ने पाकिस्तान से व्यापारिक संबंधों को तोड़ते हुए उस समय पाकिस्तानी भागीदारों को वीजा देने से मना कर दिया था। वर्ष 2017 में भी किसी पाकिस्तानी भागीदारी को इंट्री नहीं मिली थी।

सहारा न्यूज ब्यूरो


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