कुमार विश्वास के बयान पर राजनीतिक सरगर्मी तेज
आप नेता कुमार विश्वास का आरक्षण को लेकर पहले डॉ अंबेडकर और अब अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधने के बाद राजधानी का राजनीतिक पारा अचानक चढ़ गया है.
सोमवार को प्रेसवार्ता में बोलते भाजपा सांसद उदित राज. |
खासकर दलितों की राजनीति करने वाले एवं भाजपा सांसद डॉ उदित राज ने विश्वास के साथ ही आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल के विरुद्ध आंदोलन छेड़ने की बात कही है.
उन्होंने प्रेस कॉफ्रेंस में इस बात पर कड़ी आपत्ति जतायी है कि आरक्षण समाज को तोड़ता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि आप के नेताओं को सही जानकारी नहीं है. आरक्षण पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने नहीं उच्चतम न्यायालय के आदेश पर लागू हुआ है. भाजपा सांसद ने 26 दिसम्बर को रामलीला मैदान में होनी वाली रैली की तैयारी शुरू कर दी है.
भाजपा सांसद ने कुमार विश्वास के बयान पर टिप्पणी करते हुए उनकी मानसिकता पर सवाल उठाये.
उन्होंने पूछा है कि क्या वह घूंघट परंपरा का समर्थन करते हैं. दहेज में किसी नौकरानी का आना मानव तस्करी से दायरे में आता है. इससे ऐसा लगता है कि विश्वास महिला सशक्तीकरण के विरुद्ध हैं. उन्होंने इस बात पर रोष जताया कि 2019 को कौन देश का धार्मिक ढ़ांचा तोड़ेगा.
माना जा रहा है कि पार्टी के बड़े नेताओं ने उन्हें कुमार विश्वास के इस बयान पर टिप्पणी के लिए आगे कर दिया है. डॉ उदित राज ने कहा कि इस बयान से देशभर के लोगों को गुस्सा है और लोग जगह-जगह प्रदर्शन भी कर रहे हैं.
एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि यदि केजरीवाल ने स्थिति स्पष्ट नहीं की तो वह उनके विरुद्ध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने सभी से कहा कि धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण होने चाहिए. उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल को पार्टी की स्थिति साफ करनी चाहिए, नहीं तो माना जायेगा कि केजरीवाल के इशारे पर ही कुमार विश्वास इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं.
अनुसूचित जाति/जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ की 26 दिसम्बर को रामलीला मैदान में रैली है, वह इस मामले को वहां की प्रमुखता से उठाएंगे.
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