प्रदूषण : दिल्ली में आपात योजना लागू करने के निर्देश
पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण ने दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर समस्या को देखते हुए राज्य सरकार को आपात योजना लागू करने तथा कठोर कदम उठाने के निर्देश दिये हैं.
दिल्ली व एनसीआर में मंगलवार को छायी धुंध के बीच गुजरते वाहन व मेट्रो ट्रेन. फोटो : एसएनबी |
दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण स्तर को हानिकारक घोषित करने के बाद मंगलवार शाम को यह ज्यादा जहरीले स्तर तक पहुंचा जब पटपड़गंज में प्रदूषण स्तर 823 व आर के पुरम में 835 तक पहुंच गया जबकि प्रदूषण (पीएम 10) का सामान्य स्तर 100 है. पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर समस्या को देखते हुए राज्य सरकार को आपात योजना लागू करने तथा कठोर कदम उठाने के निर्देश दिये हैं.
मंगलवार को पंजाबी बाग में पीएम 10 का स्तर 713, दिल्ली वि विद्यालय में 669, पीतमपुरा में 624, लोदी रोड पर 601 व मथुरा रोड पर 555 पहुंच चुका है. सूक्ष्म धूलकण (पीएम 2.5) का सामान्य स्तर 60 है जबकि आनंद विहार में इसका स्तर 732, वजीरपुर में 764, सत्यवती कालेग के समीप 680, मथुरा रोड पर 626, पटपड़गंज में 606, लोदी रोड पर 601 व पीतमपुरा में 570 पाया गया. वायु प्रदूषण के दोनों मानकों के अनुसार हवा बेहद जहरीली हो चुकी है.
प्राधिकरण के सदस्य और केंद्रीय प्रदूषण नियंतण्रबोर्ड (सीपीसीबी) के सदस्य सचिव ए सुधाकर ने बताया कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में निचले वायुमंडल में हवा नहीं के बराबर चल रही है जबकि ऊपरी वायुमंडल में दो तरह की हवाएं चल रही हैं.
एक पंजाब की ओर से पराली आदि जलाने से उत्पन्न प्रदूषणकारी तत्व लेकर आ रही है और दूसरी उत्तर प्रदेश से नमी लेकर आ रही है. ऊपरी वायुमंडल में इनके मिलने और निचले स्तर पर हवा नहीं चलने से स्थिति गंभीर बन गई है. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखा जाए तो अगले दो दिन भी प्रदूषण से राहत की उम्मीद नहीं है.
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