आईजीआई का टर्मिनल 2 सात साल बाद फिर शुरू

Last Updated 30 Oct 2017 06:17:17 AM IST

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 से सात साल बाद नियमित उड़ानें रविवार से फिर शुरू हो गई.


आईजीआई का टर्मिनल 2 सात साल बाद फिर शुरू (फाइल फोटो)

इस टर्मिनल से घरेलू विमान सेवा शुरू की गई है. घरेलू विमान सेवा कंपनी गो-एयर ने टर्मिनल 1 से अपना पूरा परिचालन यहाँ स्थानांतरित कर लिया है. शनिवार रात 10 बजे से ही उसके सभी विमान टर्मिनल 2 पर उतरने शुरू हो गये. रविवार सुबह साढ़े पाँच बजे के करीब लखनऊ के लिए पहली उड़ान रवाना हुई.

आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 से  वर्ष 1982 से 2010 तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन होता था. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय परिचालन टर्मिनल 3 पर स्थानांतरित कर दिया गया और इसका उपयोग हज की उड़ानों तक सीमित रह गया. घरेलू टर्मिनल 1 के विस्तार के लिए अस्थाई तौर पर उसका कुछ भार टर्मिनल 2 पर स्थानांतरित किया जा रहा है. टर्मिनल 2 को नए सिरे से तैयार करने पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.

  दिल्ली हवाई अड्डे की संचालक कंपनी डायल ने अंतरराज्यीय टर्मिनल -1 से वर्तमान समय में परिचालन कर रही है. तीनों एयरलाइंस इंडिगो, स्पाइसजेट और गो एयर को अपना एक तिहाई परिचालन 31 अक्टूबर तक टर्मिनल-2 पर स्थानांतरित करने के लिए कहा था ताकि टर्मिनल-1 के विस्तार का काम शुरू किया जा सके, लेकिन स्पाइसजेट और इंडिगो इसके लिए तैयार नहीं हैं.



टर्मिनल-1 की क्षमता सालाना दो करोड़ यात्रियों की है और पिछले साल यहाँ यात्रियों की आवाजाही दो करोड़ 40 लाख के पार पहुँच गयी है. इस साल इसमें 20 लाख की और वृद्धि की संभावना है. डायल के मास्टर प्लान के अनुसार, टर्मिनल-1 पर बोझ कम करके चार साल में चरणबद्ध तरीके से उसकी क्षमता बढ़ाकर चार करोड़ की जानी है. इसके बाद टर्मिनल-2  से पूरा परिचालन वापस टर्मिनल-1 पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा. नए सिरे से तैयार टर्मिनल-2 की क्षमता एक करोड़ 20 लाख यात्री सालाना की है. कुल 72 हजार वर्ग मीटर में फैले फ्लोर एरिया में 80 चेक इन डेस्क और नौ सेल्फ चेक इन काउंटर है.

टर्मिनल पर 26 एयरक्राफ्ट स्टैंड हैं जिनमें से छह पर एयरोब्रिज की सुविधा है. यात्रियों को विमान तक ले जाने वाले बस की सुविधा वाले छह गेटों पर आठ बस स्टैंड हैं. व्यस्ततम समय में यह टर्मिनल दो हजार यात्रियों की आवाजाही की क्षमता रखता है. आने वाले यात्रियों के लिए बैगेज के लिए 90 मीटर की लंबाई वाले चार और 70 मीटर की लंबाई वाला एक बेल्ट है.  गलती से गलत टर्मिनल पर आने वाले या विमान बदलने के लिए दूसरे टर्मिनल पर जाने वाले यात्रियों को टर्मिनल-1 से टर्मिनल-2 पर ले जाने और लाने के लिए 10 मिनी कैबों और इंटर टर्मिनल बसों की व्यवस्था की गयी है.

 

 

सहारा न्यूज ब्यूरो


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