पटाखा कारोबारियों ने शव यात्रा निकाल जताया विरोध
प्रतिबंध की वजह से आर्थिक मार झेल रहे दिल्ली के थोक पटाखा कारोबारियों ने बुधवार को सदर बाजार में शव यात्रा निकाल कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया.
सदर बाजार में बुधवार को शव यात्रा निकालते पटाखे के थोक कारोबारी. |
दीपावली के एक दिन पहले आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पटाखा कारोबारी शामिल हुए. उनका कहना था कि सरकार को लोगों की धार्मिक भावनाओं का भी ख्याल रखना चाहिए.
कारोबारियों ने कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो भविष्य में कोई भी कारोबारी सीजनल (राखी, झंडा, रंग-गुलाल आदि) कारोबार नहीं करेगा.
पटाखा कारोबारी और फायरवर्क ट्रेडर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी हरजीत छावड़ा ने कहा कि हम अपने ही देश में वेगाने हो गए है. पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दू और पंजाबी दीपावली मना रहे है, लेकिन हम अपने ही देश में इस त्योहार को मनाने से महरूम है.
उन्होंने कहा कि सरकार भी हम कारोबारियों को यहां की जनता की जनभावनाओं की ओर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि दुकानों में पटाखे भरे पड़े है पर हम उन्हें न तो बेच सकते है और न ही बच्चों के बीच में बांट ही सकते है. फिर सरकार ही हमे बताये कि हम लोग इन पटाखों का क्या करें.
छाबड़ा ने कहा कि हमने यह जो शव यात्रा निकाली है, उसका मकसद सरकार को यह बताना है कि हम कारोबारियों की स्थिति मरे हुए व्यक्ति जैसी हो गई है. शव यात्रा सदर बाजार के विभिन्न गलियों से होकर निकली.
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