राजमार्ग किनारे के होटलों को शराब परोसने दो
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 236 पर बने ग्यारह होटलों व रेस्टरोरेंटों में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगाने से उत्पन्न समस्याओं से अवगत कराया है.
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (File photo) |
उन्होंने शराबबंदी से व्यापार पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव को ध्यान में रखकर यहां के होटल व्यवसायियों को राहत देने का अनुरोध किया है.
सिसोदिया ने इस राजमार्ग पर बने होटल व रिसार्ट में शराबबंदी लागू होने से इसके गंभीर सामाजिक व आर्थिक प्रभाव के बारे में केन्द्रीय मंत्री को जानकारी दी है. निर्णय गडकरी को लेना है. यह राजमार्ग मेहरौली से शुरू होकर गुड़गांव के बार्डर तक जाता है जिसपर दक्षिण दिल्ली के कई बड़े होटल व रेस्टोरेंट बने हुए हैं.
हालांकि पंजाब विधान सभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने शराब बंदी व नशाबंदी को बड़ा मुद्दा बनाया व चुनाव हार गई. अब उपमुख्यमंत्री ने राजधानी के होटलों को राहत देने की वकालत कर पार्टी की शराब विरोधी छवि को धूमिल किया है.
सर्वोच्च न्यायलय ने सभी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे 500 मीटर की दूरी तक शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है व यह आदेश राजधानी के राजमागरे पर भी लागू हो चुका है.
यानि एनएच 236 पर बने होटलों में शराबबंदी लागू है जिसका असर व्यवसाय पर पड़ रहा है.
एनएच 236 का क्षेत्र राजधानी का बेहद व्यस्त इलाका है जहां रिहायशी कालोनी, बड़े फार्म हाउस, बड़े मॉल व मनोरंजन केन्द्र भी हैं. छतरपुर, सुल्तानपुर व घिटोरनी में अब दर्जन भर होटल व रेस्टोरेंट खुल चुके हैं.
सर्वोच्च न्यायालय के शराब बंदी के आदेश से बचने का रास्ता है कि हाईवे की अधिसूचना रद्द हो जिससे होटलों में शराब फिर परोसी जा सकेगी.
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