पिछले दो वर्षो में निजी स्कूलों में दाखिले में कोई वृद्धि नहीं हुई
देश के निजी स्कूलों में पिछले दो वर्षो में छात्रों के दाखिले के मामले में कोई वृद्धि दर्ज नहीं की गई जबकि केरल और गुजरात में सरकारी स्कूलों में दाखिले में काफी वृद्धि हुई है. शिक्षा की स्थिति पर वाषिर्क रिपोर्ट :असर: 2016 में यह बात सामने आई है.
(फाइल फोटो) |
बच्चों की स्कूली शिक्षा और बुनियादी पठन पाठन की स्थिति पर बुधवार को जारी असर रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी स्कूलों में 6 से 14 वर्ष के बच्चों के दाखिले की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ और यह 2016 में 30.5 प्रतिशत दर्ज किया गया जो साल 2014 में 30.8 प्रतिशत था.
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘निजी स्कूलों में दाखिले में 7 से 10 वर्ष आयु वर्ग और 11.14 आयु वर्ग में लैंगिक अंतर में गिरावट दर्ज की गई है . निजी स्कूलों में 11 से 14 वर्ष आयु वर्ग में लड़के और लड़कियों के दाखिले का अंतर 2014 में 7.6 प्रतिशत था जो 2016 में घटकर 6.9 प्रतिशत दर्ज किया गया . ’’
केरल और गुजरात में सरकारी स्कूलों में छात्रों के दाखिले में काफी वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, केरल के सरकारी स्कूलों में 2014 में छात्रों का दाखिला 40.6 प्रतिशत दर्ज किया गया जो 2016 में बढ़कर 49.9 प्रतिशत हो गया .
इसी प्रकार से गुजरात के सरकारी स्कूलों में दाखिला 2014 के 79.2 प्रतिशत से बढ़कर 2016 में 86 प्रतिशत दर्ज किया गया .
स्कूलों में दाखिले का अनुपात 2009 में 96 प्रतिशत था, वह 2014 में 96.7 प्रतिशत और 2016 में 96.9 प्रतिशत दर्ज किया गया .
राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों के पुस्तक पढ़ने की क्षमता बेहतर हुई है विशेष तौर पर निजी स्कूल में प्रारंभिक स्तर पर . यह 40.2 प्रतिशत से बढ़कर 42.5 प्रतिशत दर्ज की गई है. अंकगणित में सरकारी स्कूल में प्रारंभिक स्तर के छात्रों का प्रदर्शन बेहतर हुआ है.
| Tweet |