दिल्ली में एच5एन8 वायरस के कारण 6 अतिरिक्त पक्षी मरे
दिल्ली के डियर पार्क में छह और पक्षियों की शुक्रवार को मौत हो गई. इसके साथ ही बर्ड फ्लू के कारण राजधानी में मरने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या 24 हो गई है.
दिल्ली के पशुपालन मंत्री गोपाल राय (फाइल फोटो) |
दिल्ली के पशुपालन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केंद्रीय प्रयोगशाला, भोपाल ने पक्षियों के शुरुआती नमूने में एच5एन8 वायरस की पुष्टि कर दी है. यह एच5एन1 की तरह मनुष्य के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं है.
आठ पक्षियों का एक नमूना पहले क्षेत्रीय प्रयोगशाला जालंधर भेजा गया था, बाद में इसे भोपाल की केंद्रीय प्रयोगशाला में भेजा गया. इसकी शुरुआती रपट में कहा गया कि एच5 वायरस तीन पक्षियों में पाया गया है.
दिल्ली सरकार को गुरुवार शाम को अंतिम रपट प्राप्त हुई.
राय ने कहा, "एच5एन1 ज्यादा खतरनाक वायरस है, जिससे हम डर रहे थे, लेकिन अंतिम रपट में निष्कर्ष निकाला गया है कि यह एच5एन8 वायरस है."
मंत्री ने कहा, "हमने चिकित्सा विशेषज्ञों से बात की है और उन्होंने कहा कि एच5एन1 से मनुष्यों में संक्रमण पाया गया है, लेकिन ऐसी कोई रपट एच5एन8 के बारे में नहीं है. इसलिए दिल्ली के लोगों को दहशत में आने की जरूरत नहीं है."
राय की यह टिप्पणी भोपाल और बरेली की केंद्रीय प्रयोगशालाओं के विशेषज्ञों के साथ हुई बैठक के बाद आई है.
इससे पहले राय ने स्थिति का जायजा लेने के लिए पोल्ट्री बाजार का दौरा किया.
राय ने कहा कि सुबह बाजार में पहुंचे 2.2 लाख चूजों में एवियन वायरस के संक्रमण का कोई संकेत नहीं है.
हालांकि सावधानी के तौर पर बाजार में प्रवेश करने वाले ट्रकों को शनिवार से मेडिकल प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य कर दिया गया है.
राय ने कहा, "वाहन स्वामियों को अपने मूल स्थान से गाजीपुर मंडी में पोल्ट्री लाने के लिए स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र लेना होगा."
राय ने बाजार में इन उपायों की निगरानी के लिए एक 15 सदस्यीय निगरानी समिति गठित की है.
दिल्ली सरकार ने गुरुवार को एक 23 सस्दयों की समिति कई विभागों में समन्वय और बीते हफ्ते से पक्षियों की मौत के कारणों की जांच के लिए गठित की है.
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