पूर्व महानिदेशक बंसल सुसाइड से पहले सीबीआई मुख्यालय कागजात जमा कराने के लिए पहुंचे थे
अपने बेटे के साथ कथित तौर पर मंगलवार को खुदकुशी करने वाले कापरेरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बी के बंसल कुछ कागजात जमा करने के लिए सीबीआई मुख्यालय गए थे
फाइल फोटो |
हालांकि उनको जांच एजेंसी ने तलब नहीं किया था जो उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही है.
सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि बंसल सीबीआई को कुछ दस्तावेज सौंपने के लिए मुख्यालय पहुंचे थे, लेकिन उनको न तो सम्मन भेजा गया था न ही उन्हें अनौपचारिक तौर पर बुलाया गया था.
बंसल और उनके पुत्र योगेश ने मंगलवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. मुश्किल से दो महीने पहले ही बंसल की पत्नी और पुत्री ने बंसल की कथित भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तारी के बाद आत्महत्या कर ली थी.
सीबीआई प्रवक्ता आर के गौर ने कहा, ‘हमें बी के बंसल और उनके पुत्र की आज दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की जानकारी मिलने पर गहरा दुख हुआ. मामले की स्थानीय पुलिस जांच कर रही है.’
गौर ने कहा, ‘‘मामले की जांच की जा रही है. इसके अलावा बी के बंसल का पुत्र न तो कोई आरोपी था और न ही उसे रिश्वत मामले की जारी जांच के सिलसिले में सीबीआई ने बुलाया था.’’
इस बीच सूत्रों ने कहा कि बंसल ने कथित तौर पर सीबीआई के एक डीआईजी और तीन अन्य अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया था.
बाप-बेटे ने सीबीआई को ठहराया जिम्मेदार
पुलिस को दो अलग-अलग सुसाइड नोट की चार कॉपी बरामद हुई हैं. सभी सुसाइड नोटों की फोटो स्टेट कराकर उन पर दोनों ने अपने-अपने साइन किए हुए हैं. बीके बंसल ने पांच पेज का सुसाइड नोट लिखा था, जबकि उनके बेटे ने दो पेज का नोट लिखा है.
दोनों ने ही अपने-अपने नोट में सत्यबाला व नेहा की मौत से दुखी होने, सीबीआई के अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित करने और कुछ अधिकारियों के नामों का जिक्र करते हुए सीबीआई को ही जिम्मेदार ठहराया है.
मां-बेटी ने भी सीबीआई पर जड़ा था आरोप
19 जुलाई को आत्महत्या करने वाली बंसल की पत्नी व बेटी ने भी सुसाइड नोट लिखा था. इसमें लिखा था कि सीबीआई छापे से उनकी बहुत बदनामी हुई है और इससे आहत होकर वे आत्महत्या कर रही हैं.
इस घटना के बाद बंसल को अगस्त में कुछ दिनों के लिए जमानत पर रिहा कर दिया गया था. उनके बेटे से पुलिस ने पूछताछ की थी.
| Tweet |