डीयू दाखिला : पहले दिन सर्वर हुआ ठप, दाखिला फीस जमा करना हुआ मुश्किल
दिल्ली विश्वविद्यालय व उससे सम्बद्ध कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के दाखिले की व्यवस्था चरमरा गई. ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया के पहले दिन ही हैवी लोड के चलते सर्वर फेल हो गया.
डीयू दाखिला: पहले दिन सर्वर हुआ ठप |
इससे विद्यार्थियों को न सिर्फ सेंट्रलाइज्ड फॉर्म निकालने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी बल्कि फीस जमा करना मुश्किल हो गया. यदि यही हाल रहा तो शुक्रवार को दूसरे दिन विद्यार्थियों के लिए दाखिला लेना मुश्किल हो जाएगा.
इस बाबत डीयू के रजिस्ट्रार से संपर्क किया गया, लेकिन बात नहीं हो पाई. एक अभिभावक ने बताया कि उन्हें अपने बेटे के आवेदन का रजिस्ट्रेशन फॉर्म निकालना था, लेकिन काफी देर से प्रयास के बाद भी डीयू की वेबसाइट नहीं खुली.
लिहाजा इंजीनियरों से मदद ली गई, लेकिन वे भी मशक्कत करते रहे, लेकिन वेबसाइट नहीं खुली. सर्वर पर हैवी लोड के कारण विद्यार्थी बिना रजिस्ट्रेशन फॉर्म लिए रामजस कॉलेज पहुंच गए, लेकिन फिर साइबर कैफे में जाकर रजिस्ट्रेशन फॉर्म निकाला. आलम यह रहा कि रामजस कॉलेज मे जहां करीब 1300 सीटें हैं, वहां दोपहर साढ़े बारह बजे तक केवल दो एडमिशन की प्रक्रिया चल रही थी, जिसमें से केवल एक दाखिले की स्वीकृति हुई थी.
रामजस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि शिक्षक धरने पर हैं, लिहाजा नॉन टीचिंग से काम लिया गया है. दूसरी तरफ रामलाल आनंद कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय शर्मा ने बताया कि पहले दिन कॉलेज में केवल दो ही दाखिले को स्वीकृति मिली है. उन्होंने बताया कि कटऑफ के हिसाब से केवल दो ही विद्यार्थियों को दाखिला हो पाया.
कॉलेज में टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ दोनों ही दाखिले में हाथ बंटाया. पहले दिन कैम्पस में ज्यादा रश नहीं रहा. ज्यादा कटऑफ वाले विद्यार्थी ही अपने अभिभावकों के साथ दाखिला प्रक्रिया पूरी करने को यहां पहुंचे. विद्यार्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच के बाद उन्हें दाखिला स्लिप दे दी गई. अब विद्यार्थियों को अपना दाखिला पक्का करने के लिए डीयू पोर्टल से फीस जमा करानी है.
डीयू के रामजस कॉलेज का हाल यह था कि दाखिला कमेटी का कमरा खाली था और उसके ठीक सामने दाखिला कमेटी के सदस्य व शिक्षक धरनारत थे. इसी प्रकार किरोड़ीमल कॉलेज में पहले दिन 43 दाखिले की स्वीकृति हुई है. कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज के प्राचार्य डॉ इन्द्रजीत डागर ने बताया कि पहले दिन 700 सीटों पर मात्र पांच दाखिले को ही स्वीकृति हुई.
उन्होंने कहा कि पहले कटऑफ ज्यादा होता है, इस कारण कम विद्यार्थी ही दाखिले के लिए आते हैं. कॉलेज में नॉन टीचिंग की मदद से दाखिला प्रक्रिया चली. हिन्दू कॉलेज की प्राचार्य डॉ अंजु श्रीवास्तव ने बताया कि कॉलेज में पहले दिन 35 दाखिले की स्वीकृति हुई. कॉलेज मे कुल 800 सीटें हैं.
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