डीजल टैक्सियों पर प्रतिबंध के खिलाफ चालक सड़क पर उतरे
सुप्रीम कोर्ट के दिल्ली में डीजल टैक्सियों पर प्रतिबंध के निर्णय के खिलाफ दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में रजोकरी टोल बूथ के नजदीक सोमवार को सुबह सैकड़ों टैक्सी चालकों के प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-8 के पास यातायात जाम हो गया .
टैक्सी हड़ताल की वजह से आईटीओ के पास लगा लंबा जाम. |
यातायात अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने आज सुबह एनएच-8 के पास रजोकरी टोल बूथ पर कई किलोमीटर तक जाम लगा दिया. सुबह साढ़े 11 बजे के आस पास स्थिति उस समय और खराब हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने रिंग रोड पर आश्रम चौक के पास महरानी बाग जाने वाले दोनों मागरे पर जाम लगा दिया. धौलां कुआं, कापसहेड़ा और महरौली पर भी यातायात बाधित रहा और कई घंटों तक अव्यवस्था की स्थिति बनी रही.
दिल्ली और गुड़गांव को जोड़ने वाले एनएच-8 पर कार्यालय जाने वाले हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और यातायात हेल्पलाइन पर परेशान यात्रियों के फोन लगातार आते रहे. दूसरी नाकाबंदी से सीधे तौर पर सराय काले खान, आश्रम, पीजीडीएवी कॉलेज के पास नेहरू नगर, लाजपत नगर और मूलचंद से एम्स तक यातायात बाधित रहा. अधिकारी ने बताया कि लाला लाजपत राय मार्ग, डिफेंस कॉलोनी और मथूरा रोड समेत कई वैकल्पिक मागरें पर भी लोगों को कई घंटों तक जाम का सामना करना पड़ा.
प्रदर्शनकारियों में वे डीजल टैक्सी चालक भी शामिल हैं, जिनके पास अखिल भारतीय पर्यटक परमिट (एआईटीपी) है. सुप्रीम कोर्ट ने समयसीमा दो बार विस्तारित किए जाने के बाद वाहनों को सीएनजी में बदलने के लिए कैब संचालकों को और अधिक समय देने से शनिवार को इंकार कर दिया और एक मई से शहर में डीजल कैब पर प्रतिबंध लगा दिया . दिल्ली परिवहन विभाग के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में करीब 60 हजार टैक्सियां पंजीकृत हैं जिनमें से 27 हजार डीजल से चलती हैं.
पिछले दो महीने में डीजल से चलने वाली मात्र दो हजार टैक्सियों को सीएनजी में बदला गया है. उधर कैब चालकों ने डीएनडी पर जाम लगा दिया. जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने चालकों को हटाने का प्रयास किया. नहीं हटने पर पुलिस ने करीब एक दर्जन चालकों को मौके से उठाया और उनकी गाड़ियां भी जब्त की. मौके से पुलिस ने चार लोगों को छोड़ दिया. वहीं आठ टैक्सी सीज कर दी.
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