क्लोनिंग कार्ड से पैसा निकाल भेजते थे दुबई, गिरोह का पर्दाफाश
क्राइम ब्रांच ने मुंबई पुलिस के साथ मिलकर एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसका सरगना दुबई में बैठकर भारत के विभिन्न शहरों में ठगी करा रहा है.
क्लोनिंग कार्ड से पैसा निकाल भेजते थे दुबई |
पुलिस का दावा है कि गिरोह के सदस्य एटीएम कार्ड की जानकारी चुराकर पहले तो इसका क्लोन कार्ड बनाते थे फिर क्लोनिंग कार्ड के सहारे मुंबई में रुपये निकलवाया जाता था. बाद में यह रकम हवाला के जरिये दिल्ली भेजी जाती थी जिसे बिट क्वायन (ऑनलाइन करेंसी) के जरिये गिरोह सरगना के पास दुबई पहुंचा दिया जाता था.
फिलहाल पुलिस ने इस गिरोह में शामिल दो लोगों को दबोच कर उनके कब्जे से आठ लाख रुपये नकद एवं 22 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं. दिल्ली पुलिस ने हवाला के पैसों के लेन-देन में बिट क्वायन का इस्तेमाल होने पर चिंता प्रकट की है.
पुलिस का कहना है कि बिट क्वायन एक ऐसी मुद्रा है जिसका इस्तेमाल धन के अवैध करोबार में धड़ल्ले से होता है. दुनिया के किसी भी देश ने इसे मान्यता नहीं दे रखी है. संयुक्त आयुक्त रवीन्द्र यादव के मुताबिक इस गिरोह के सदस्यों द्वारा मुंबई, गुजरात और आंध्रप्रदेश में विभिन्न लोगों के एटीएम से रकम निकालने की घटनाएं हो रही थी.
इसकी छानबीन के दौरान पता चला कि यह रकम मुंबई के दादर के एक एटीएम से निकाली जाती है. मुंबई पुलिस ने इस गोरखधंधे में शामिल निसार नामक एक युवक को दबोचकर 20 क्लोन एटीएम कार्ड बरामद किए थे.
दबोचे गए आरोपी ने गहन पूछताछ में पुलिस को बताया कि एटीएम से निकाली गई रकम को वह हवाला के जरिये दिल्ली में मौजूद सुमेर शेख को भेजता है और इस जानकारी के बाद ही मुंबई पुलिस ने दिल्ली में मौजूद आरोपी को दबोचे जाने के लिए क्राइम ब्रांच से मदद मांगी थी.
दिल्ली पुलिस का कहना है कि एसीपी केपीएस मल्होत्रा की देखरेख में इंस्पेक्टर पीसी यादव की टीम ने सोमवार को इंडिया गेट इलाके से इस गिरोह के लिए काम करने वाले पंकज भारद्वाज को गिरफ्तार किया.
पकड़े गए आरोपी ने बताया कि वह सुमेर शेख बनकर हवाला ऑपरेटर से रुपये लेता था. दरअसल दुबई में बैठे गिरोह सरगना का नाम सुमेर शेख है और यह आरोपी बिट क्वायन को बेचकर रकम हासिल कर लेता था.
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