दिल्ली को कॉन्फीडेंट सिटी बनाने की जरूरत : सिसोदिया

Last Updated 09 Feb 2016 05:29:12 AM IST

दिल्ली एक ऐसा शहर है जहां देशभर से लाखों छात्र अपनी पढ़ाई करने, करियर बनाने आते हैं. उन्हें यहां समय पर डिग्री तो मिल जाती है, लेकिन नौकरी नहीं मिल पाती.


उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार

नौकरी के लिए सिफारिश और दूसरे तरह की गतिविधियों में सक्रिय होना उनकी मजबूरी हो जाती है. नतीजा नौकरी और बेहतर भविष्य की चिंता में उनका आत्मविास कम होने लग जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम इस दिशा में ठोस कदम उठाएं और व्यवस्था दुरु स्त करें जिससे कि दिल्ली उच्च शिक्षा के लिहाज से एक कॉन्फीडेंट सिटी’ बन सके.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये बात सोमवार को दिल्ली विविद्यालय से सम्बद्ध अंबेडकर कॉलेज के 25वें वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए कही.

सिसोदिया ने यह भी जोड़ा कि औपचारिक कार्यक्रमों के अलावा कॉलेज के शिक्षकों और विशेषज्ञों से इस दिशा में खुलकर बात की जाने की जरूरत है जिससे कि उच्च शिक्षा के बाद हासिल डिग्री और करियर के बीच तालमेल बिठाने में मदद मिल सके. अम्बेडकर कॉलेज इस वर्ष अपनी रजत जयंती मना रहा है.

इस कड़ी में इसने नियमित कार्यक्रमों के साथ-साथ छात्रों के बीच दर्जनों ऐसे कार्यक्रमों की शुरुआत करने की योजना बनाई है जिससे कि छात्रों के बीच कॅरियर के लिहाज से भी कई विकल्प सामने होंगे. इस मौके पर कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. जीके अरोड़ा ने इन योजनाओं की विस्तार से चर्चा की. कॉलेज की चेयरपर्सन ज्योत्सना शर्मा ने कॉलेज में चल रही गतिविधियों की बारीक समीक्षा करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि इस कॉलेज से अधिकारी, पत्रकार, शिक्षक के साथ-साथ राजनीतिक भी निकले. छात्रों को पुरस्कृत करने के क्रम में विशेष अतिथि और राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. ओबरॉय ने कहा कि ये कॉलेज तो जिस डॉ अंबेडकर के नाम पर चल रहा है, उनके नाम के साथ ही वो प्रेरणा जुड़ी ही है कि यहां के छात्र और शिक्षक मिलकर इस संस्थान को शीर्ष पर पहुंचा सकते हैं.

कॉलेज के इस पच्चीसवें वार्षिकोत्सव के मौके अकदामिक, कला, संस्कृति, खेल एवं विविध कौशल से जुड़ी अलग-अलग कुल 54 प्रतिभाशाली छात्रों को सम्मानित किया गया. 12 स्वर्णपदक उन छात्रों को प्रदान किए गए जो ग्रेजुएशन के दौरान 2015-16 में अपने-अपने विषय में विविद्यालय स्तर पर अव्वल रहे हैं. कॉलेज छात्रों के अलावा कई पुरस्कार दूसरे कॉलेजों को भी दिए गए.

2015-16 का  वाद-विवाद प्रतियोगिता चल वैजंती सम्मान इन्द्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय को दिया गया. छात्रों को सम्मानित करते हुए गवर्निंग बॉडी के सदस्य और समारोह के अतिथि हरिओम गुप्ता ने कहा जब छात्र बाकी लोगों को पुरस्कार हासिल करते देखते हैं तो उन्हें भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है. अंत में समारोह में आए अतिथियों, छात्रों एवं अपने शिक्षक साथियों का धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक डॉ. महावीर वत्स ने किया.



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