आसिम का मामला आंतरिक लोकपाल को रेफर

Last Updated 10 Oct 2015 06:03:24 AM IST

महज छह लाख रुपए घूसखोरी के मामले में आसिम अहमद खान को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया.


आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह

अब वह पार्टी में भी रह पाएंगे या नहीं, इस मामले को पार्टी ने अपने आंतरिक लोकपाल को सौंप दिया है.

आंतरिक लोकपाल राकेश सिन्हा को अब आसिम के राजनीतिक कैरियर को लेकर फैसला करना है.

आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने उक्त बातें राष्ट्रीय सहारा से बातचीत में कही. उन्होंने कहा है कि आसिम के मामले को आंतरिक लोकपाल को सुपुर्द कर दिया गया है. जल्द ही पार्टी में उनके भविष्य को लेकर फैसला कर लिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 2012 को पार्टी का गठन हुआ था, उसी समय हम लोगों ने कहा था कि हम लोग राजनीति करने नहीं बल्कि राजनीति बदलने आए हैं. पहली बार देश में किसी मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही अपने मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया है.

साथ ही इस मामले को सीबीआई से जांच कराने के लिए भी कहा गया है. दूसरे दलों में जब किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं तो पार्टी के अन्य नेता बचाव में उतर जाते हैं, लेकिन केजरीवाल ने दूसरे दलों के लिए भी नजीर पेश कर दिया है. इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सबक लेने की जरूरत है.

संजय सिंह ने कहा है कि, ललीत मोदी प्रकरण, व्यापम और काला धन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी को चुप्पी तोड़नी चाहिए. मोदी में नैतिक साहस है तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का इस्तीफा ले लेना चाहिए.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment