अनुबंधित शिक्षकों ने सिसौदिया के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनका रास्ता रोका
स्थायी रोजगार की मांग को लेकर अनुबंध पर कार्यरत सैकड़ों अतिथि शिक्षकों ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के आवास के बाहर प्रदर्शन किया.
अनुबंधित शिक्षकों ने सिसौदिया के खिलाफ प्रदर्शन किया (फाइल फोटो) |
शिक्षकों ने सड़क पर लेटकर उनकी कार रोक दी. बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और उन्हें हिरासत में ले लिया.
बडी संख्या में अतिथि शिक्षक मथुरा रोड पर सिसौदिया के आवास के बाहर एकत्रित हुए और सरकार विरोधी नारे लगाये. सिसौदिया के पास शिक्षा विभाग भी है.
एक अधिकारी के मुताबिक अनुबंध पर काम कर रहे अध्यापक सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत एक वेतन समिति के गठन की भी मांग कर रहे हैं.
दिल्ली में चुनाव से पहले आप पार्टी ने जो वायदे किये उनमें अनुबंध पर काम करने वाले कर्मचारियों को स्थायी रोजगार देना भी शामिल था.
प्रदर्शनकारियों ने सिसौदिया की कार भी रोकी. पुलिस ने हस्तक्षेप कर उन्हें हिरासत में ले लिया. कुछ प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उन पर बल भी प्रयोग किया. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सिसौदिया ने उन्हें \'भाजपा का एजेंट\' बताया और उनकी बात नहीं सुनी.
सिसौदिया ने कार से निकलकर टिप्पणी कि की कुछ अतिथि शिक्षकों को अपना नाम तक सही लिखना नहीं आता. इनकी जांच की जानी चाहिए.
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में करीब 17000 अध्यापक अनुबंध पर काम कर रहे हैं. हर साल उनका अनुबंध बढाया जाता है. उनमें कई दस साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं.
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