DTC की पहली महिला बस ड्राइवर बनीं सरिता
अब दिल्ली में पहली बार दिल्ली के सड़कों पर बसों को दौड़ाएंगी एक महिला बस ड्राइवर.
पहली महिला बस ड्राइवर बनीं सरिता (फाइल फोटो) |
दिल्ली परिवहन विभाग (डीटीसी) ने पहली बार एक महिला को बस की ड्राइविंग सीट पर बिठाया है.
तेलंगाना के नालगोंडा की रहने वाली 30 साल की वी सरिता डीटीसी की पहली महिला बस ड्राइवर बन गई हैं.
'महिला सशक्तिकरण' की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को सरिता को ड्राइवर के तौर पर परिवहन विभाग में शामिल किया.
और पहली महिला बस चालक को दिल्ली सचिवालय से हरी झंडी दिखाकर गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया. इस मौके पर गोपाल राय ने कहा कि उन्हें खुशी होगी अगर और महिलाएं इस क्षेत्र में कदम रखें.
डीटीसी ने दिसंबर में महिला बस चालक की भर्ती समाचार पत्रों के जरिए निकाली थी. इसमें विभाग को सात आवेदन प्राप्त हुए थे. इन आवेदनों में से 5 महिला उम्मीदवारों के चयन कर स्क्रीनिंग की गई. इसमें मेडिकल परीक्षण के दौरान वी सरिता को चालक के लिए योग्य पाए जाने के बाद चालक का प्रशिक्षित किया गया.
सरिता की पोस्टिंग सरोजिनी नगर डिपो में की गई है. सरिता की ड्यूटी दिन की होगी और वे सेंट्रल दिल्ली के इलाकों में बस चलाएंगी.
सरिता ने कहा कि वे ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करने में यकीन रखती हैं, लेकिन इससे वे ज्यादा उनकी प्राथमिकता महिला यात्रियों की सुरक्षा होगी.
खास बात यह भी है कि सरिता की एक बहन एक प्राइवेट कंपनी में कैब ड्राइवर हैं. यहां आने से पहले सरिता एक प्राइवेट कंपनी में कैब ड्राइवर थीं. सरिता कहती हैं कि परिवार में सबसे छोटी होने के कारण उन्हें उनके पिता ने किसी लड़के की ही तरह पाला. सरिता का पहनावा और उनकी हेयर स्टाइल भी कुछ लड़कों जैसी ही है.
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