आप ने रामदास को लोकपाल और प्रशांत भूषण को अनुशासन समिति से हटाया

Last Updated 29 Mar 2015 04:28:05 PM IST

आम आदमी पार्टी ने एडमिरल एल रामदास को आंतरिक लोकपाल और प्रशांत भूषण को राष्ट्रीय अनुशासन समिति के प्रमुख के पद हटा दिया.


AAP लोकपाल से रामदास की छुट्टी (फाइल फोटो)

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आपात बैठक में आप ने आंतरिक लोकपाल पैनल में बदलाव करते हुए तीन नए सदस्यों को शामिल किया और नई अनुशासन समिति का गठन किया.

राष्ट्रीय कार्यकारिणी से प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पहले ही बाहर कर दिया है.

आप ने फैसला किया गया है कि अब भूषण के स्थान पर दिनेश वाघेला तीन सदस्यीय अनुशासन समिति की अध्यक्षता करेंगे. इसमें अरविंद केजरीवाल के वफादार माने जाने वाले आशीष खेतान और राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता शामिल हैं.

नए लोकपाल पैनल में पार्टी पूर्व आईपीएस अधिकारी एन दिलीप कुमार, राकेश सिन्हा तथा शिक्षाविद् एस पी वर्मा लायी है. आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि इन सभी लोगों ने पार्टी के लोकपाल पैनल के लिए अपनी ओर से सहमति दे दी है.  

पूर्व नौसेना प्रमुख रामदास को लोकपाल के पद से हटाने का फैसला उस समय हुआ है जब एक दिन पहले उन्होंने आप की पीएसी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी.

बाद में आप ने रामदास को पत्र भेजकर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल नहीं होने के लिए कहा था ताकि टकराव को टाला जा सके. रामदास इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए महाराष्ट्र से दिल्ली आए थे, लेकिन उन्होंने कहा कि पार्टी के आग्रह को सम्मान देने के लिए वह बैठक में शामिल नहीं होंगे.

आप ने एक समिति का भी ऐलान किया है जो आगामी 22 अप्रैल को भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन की रुपरेखा को लेकर काम करेगी.

पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर संसद का घेराव करने की योजना बनाई है. इस समिति में इलियास आजमी, प्रेम सिंह पहाडी, योगेश दहिया, सोमेंद्र ढाका, गुरनाम सिंह और किरण वीसा शामिल होंगे.

पार्टी ने एक और समिति का गठन किया है जिसकी अध्यक्षता पीएसी सदस्य संजय सिंह करेंगे. यह समिति दूसरे राज्य में संगठन के विस्तार को लेकर गौर करेगी.

गौरतलब है कि कल आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई थी, जिसमें काफी हल्ला हंगामा हुआ और योंगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाल दिया गया.जिसके बाद योगेंद्र यादव ने यह बयान दिया था कि बैठक में लोकतंत्र की हत्या हुई है. हालांकि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर अनुशासन तोड़ने का आरोप लगा है.

सूत्रों के अनुसार से ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी से भी निकाला जा सकता है.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment