आप में सुलह की बातचीत नाकाम, प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी से निकालने पर अड़ी आप

Last Updated 26 Mar 2015 10:29:15 PM IST

आम आदमी पार्टी के नेतृत्व और रणनीति पर सवाल खड़े करने को लेकर चर्चाओं में रहे प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की 'आप' से छुट्टी होना लगभग तय है.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल इन दोनों नेताओं को पार्टी से हटाने का मन बना लिया है. और इस संबंध में दोनों से इस्तीफा भी मांग लिया गया है.

आम आदमी पार्टी में दोनों धड़ों के बीच सुलह को लेकर चल रही बातचीत गुरुवार को नाकाम हो गई जिसके बाद अंसतुष्ट नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल धड़ा राष्ट्रीय कार्यकारिणी से उनसे इस्तीफा दिलाने का प्रयास कर रहा है और उनकी किसी चिंता का निवारण नहीं कर किया जा रहा है.

आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से दो दिनों पहले केजरीवाल को लिखे खुले पत्र में भूषण और यादव ने कहा कि सुलह की बातचीत के दौरान उन्हें बताया गया कि या तो वे सम्मानजनक ढंग से इस्तीफा दे दें या फिर उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया जाएगा.

भूषण और यादव ने पत्र में कहा, ''धीरे-धीरे ऐसा समझ में आने लगा कि बातचीत का मकसद हमारे मुद्दों को सुलझाना नहीं था, बल्कि हमारा इस्तीफा हासिल करना था. आपकी ओर से बात कर रहे साथी घुमा-फिराकर एक ही आग्रह बार-बार कर रहे थे कि हम दोनों अब राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दें. हमें कारण यही बताया जाता था कि यह आपका व्यक्तिगत आग्रह है.''

उन्होंने कहा, ''हमें बताया गया कि जब तक हम दोनों राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हैं तब तक आप राष्ट्रीय संयोजक के पद पर काम नहीं कर सकते.''

केजरीवाल के करीबी माने जाने वाले पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा कि बातचीत नाकाम हो गई क्योंकि भूषण और यादव केजरीवाल को राष्ट्रीय संयोजक पद से हटाने पर अड़े हुए हैं.

आशुतोष ने ट्वीट किया, ''पार्टी प्रशांत और योगेंद्र की सभी मांगों को स्वीकार करने की इच्छुक है, लेकिन अरविंद को हटाने की मांग पर नहीं. प्रशांत और योगेंद्र क्यों अरविंद को हटाने पर अड़े हुए हैं? मैं हैरान हूं.''

पीएसी से हटाए जा चुके भूषण और यादव ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, ''हमें बताया गया कि अगर हम राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हैं तो आप संयोजक पद पर नहीं रह सकते. यही बात आपने तब भी कही थी जब हमें पीएसी से निकालने का प्रस्ताव लाया गया था.''

आशुतोष ने कहा कि भूषण और यादव ने पार्टी नेतृत्व को अवगत कराया था कि अगर उनकी पांच मांगे मान ली जाती हैं तो वे सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी ने सभी मांगे स्वीकार कर लीं लेकिन उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया.

आशुतोष ने एक पत्र की तस्वीर की ट्वीट की जिसे भूषण और यादव की ओर से लिखा हुआ बताया. 

यादव ने कहा, ''जिसे त्यापगत्र कहा जा रहा है वो आंतरिक बातचीत का एक नोट है. हमने कहा कि अगर पांच शर्तें मान ली जाती हैं तो हम इस्तीफा दे देंगे.''
   
आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक गुरुवार शाम केजरीवाल के आवास पर हुई और पार्टी में आंतरिक उठापठक को लेकर चर्चा की गई.   

सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल के करीबियों ने यादव और भूषण को लेकर किसी तरह की रियायत बरतने का विरोध किया.
 



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