प्रशांत भूषण ने केजरीवाल को लिखा पत्र

Last Updated 18 Mar 2015 10:01:18 PM IST

आम आदमी पार्टी के असंतुष्ट नेता प्रशांत भूषण ने पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और पत्र लिखा.


आम आदमी पार्टी के असंतुष्ट नेता प्रशांत भूषण (फाइल फोटो)

प्रशांत ने नया पत्र लिखकर उन मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया है जिन्हें वह उठाने की कोशिश करते रहे हैं. उन्होंने इन खबरों का भी खंडन किया कि अगर केजरीवाल उनकी मांगों को मान लेते हैं तो वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटने को तैयार हैं.

भूषण ने कहा, 'मैंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफे की पेशकश नहीं की है, लेकिन हां, मैंने अरविंद को लंबे समय से लंबित मुद्दों के बारे में एक नोट लिखा है.' हालांकि भूषण ने पत्र में उठाए मुद्दों के बारे में विस्तार से नहीं बताया और यह भी नहीं बताया कि इसे दिल्ली के मुख्यमंत्री को कब भेजा गया. उन्होंने कहा, 'मुद्दे वहीं हैं जिनके बारे में हम बात करते रहे हैं. बस यह थोड़े और अधिक सुनियोजित तरीके से उठाए गए हैं.'

भूषण ने सोमवार को एक एसएमएस भेजकर केजरीवाल से मुलाकात करने और सारे विवाद को समाप्त करने की इच्छा जताई थी. हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि वे जल्द ही मिलेंगे लेकिन बजट सत्र के बाद ही यह मुलाकात होगी.

आधार बढ़ाने के फैसले से 'आप' मजबूत होगी

आप नेता योगेंद्र यादव ने दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में अपना संगठन बढ़ाने के पार्टी के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इससे पार्टी और ''मजबूत'' होगी. वह लंबे समय से इसकी वकालत करते आए हैं. केवल दिल्ली में ध्यान देने के अरविंद केजरीवाल के सार्वजनिक रूख से यू टर्न लेते हुए पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने मंगलवार रात एक बैठक में इस संबंध में यह फैसला किया.

यादव ने जंतर-मंतर पर किसानों के एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा, ''मैं यह जानकर खुश हूं. मेरा मजबूत विश्वास है कि यह (गतिरोध) सकारात्मक निष्कर्ष तक जाएगा. शुरूआत में, मंथन में कुछ जहर था लेकिन मेरा दृढ विश्वास है कि आखिरकार, यह 'अमृत' पर जाकर खत्म होगा.''

यादव ने फैसले करने की प्रक्रिया में आम कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने के पार्टी के फैसले को ''सकारात्मक कदम'' बताया और आशा जताई कि केजरीवाल द्वारा ''खाका'' तैयार किया जाएगा.

यादव ने कहा, ''हमारे मित्रों ने राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) में दिल्ली के बाहर पार्टी की शाखा बढ़ाने, संगठन विस्तार और कार्यकर्ताओं की बात पर ध्यान देने जैसे कुछ मामले रखे हैं. यह आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक कदम है.''

उन्होंने कहा, ''मेरा दृढ विश्वास है कि हम इन पहलों पर विचार करेंगे और खाका तैयार करेंगे जो अंतत: हमारी पार्टी के उददेश्यों को पूरा करेगा, जो भारत की आम लोगों की आशा की पार्टी है.''

यादव ने कहा, ''अरविंद केजरीवाल लंबे अंतराल के बाद दिल्ली लौटे हैं और वह सच में बहुत व्यस्त हैं, लेकिन हम मिलेंगे.''

यादव ने इन खबरों को खारिज किया कि उन्होंने और प्रशांत भूषण ने प्रस्ताव दिया है कि अगर केजरीवाल ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा, ''न मैंने और ना ही प्रशांत जी ने इस तरह का कोई पत्र लिखा है.''



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