दिल्ली चुनाव : भाजपा को 19 सीटों पर आप से कड़ी चुनौती
भारतीय जनता पार्टी को 19 सीटों पर आम आदमी पार्टी से कड़ी चुनौती मिल रही है.
भाजपा को 19 सीटों पर आप से चुनौती (फाइल फोटो) |
पिछली बार जिन 32 सीटों पर भाजपा विजयी हुई थी उनमें से 14 सीटों को तो वह इस बार भी पूरी तरह सुरक्षित मान रही है लेकिन 18 सीटों पर भाजपा प्रतिद्धंदी दलों से कांटे की टक्कर मान रही है यही कारण है कि भाजपा आलाकमान स्वयं इन सीटों की माइक्रो लेवल पर मॉनिटरिंग कर रहा है.
इन सभी सीटों पर वर्चस्व कायम करने के लिए भाजपा ने विशेष रणनीति बनाई है. 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को कुल 32 सीटें मिली थीं जिनमें छह सीटें ऐसी थीं जिन पर भाजपा ने पहली बार अपना परचम लहराया था जहां इस बार वर्चस्व कायम करने की चुनौती तो है ही साथ ही लगभग 12 अन्य सीटें ऐसी भी हैं जो भाजपा का गढ़ रही हैं लेकिन वहां उसको कड़ी टक्कर मिल रही है.
बता दें कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लहर थी. इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में भाजपा की उक्त 18 सीटों पर आप के वोट बैंक में दो प्रतिशत से लेकर 24 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई थी.
मोदी लहर के दौरान आप वोट बैंक में हुई यह बढ़ोतरी भाजपा आलाकमान को परेशान कर रही है. इन सीटों में आदर्श नगर, घोंडा, बाबरपुर, राजौरी गार्डन, गोकुलपुर, शाहदरा,मोतीनगर, नरेला, रिठाला, बवाना, किराड़ी, नांगलोई जाट, नजफगढ़, पालम, छतरपुर, कालकाजी, तुगलकाबाद एवं बदरपुर तो शामिल हैं. किरन बेदी की कृष्णा नगर सीट भी शामिल है.
क्या कहते हैं आंकड़े
आदर्श नगर सीट पर आप को पिछले विधानसभा चुनाव में 28.31 प्रतिशत मत मिले थे लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई. घोंडा सीट पर वर्ष 2013 में
आप को 19.51 प्रतिशत मत मिले लेकिन वर्ष 2014 में 27.09 प्रतिशत मत मिले. बाबरपुर सीट पर आप को वर्ष 2013 में 22.34 प्रतिशत मत मिले जबकि वर्ष 2014 में 34.40 प्रतिशत मत मिले.
बदरपुर सीट पर वर्ष 2013 में आप को 15.79 प्रतिशत मत मिले थे लेकिन वर्ष 2014 में 33.26 प्रतिशत मत मिले. इसी तरह तुगलकाबाद में हालांकि भाजपा के वोट बैंक में भी बढ़ोतरी हुई और भाजपा चुनाव परिणाम में आप से आगे भी रही लेकिन आप के वोट बैंक में लगभग 24.47 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
गोकुलपुरी में आप के वोट बैंक में 12.03 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जबकि भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरन बेदी के चुनाव क्षेत्र कृष्णानगर में हालांकि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा सबसे आगे थी लेकिन बावजूद इसके आम आदमी पार्टी के वोट बैंक में 15.53 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.
इसके अलावा राजौरी गार्डन सीट पर भी लोकसभा चुनाव में आप के वोट बैंक में 16.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी जबकि छतरपुर में आप के वोट बैंक में 7.95 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी. छतरपुर में भाजपा को कांग्रेस से भी इस चुनाव में कड़ी टक्कर मिल रही है. पालम विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में आप के वोट बैंक में 7.55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई तथा नजफगढ़ सीट पर 6.54 प्रतिशत की बढ़ोतरी आप को मिली.
नांगलोई जाट में वर्ष 2013 में आप को 18.96 प्रतिशत मत मिले थे लेकिन लोकसभा चुनाव में आप को 35.75 प्रतिशत मत मिले. किराड़ी विधानसभा सीट पर पिछले दो चुनाव से भाजपा का कब्जा रहा है लेकिन वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में आप ने यहां 15.56 प्रतिशत मत हासिल किए तो 2014 में 40.33 प्रतिशत मत हासिल किए.
इसी तरह नरेला में वर्ष 2013 में आप ने 16.70 प्रतिशत मत हासिल किए थे लेकिन वर्ष 2014 में 35.75 प्रतिशत मत हासिल किए. उक्त सीटों में बदरपुर, कालकाजी, नजफगढ़, नांगलोई जाट, नरेला, शाहदरा आदि सीटों पर वर्ष 2013 में भाजपा पहली बार विजयी हुई थी जबकि बाकी सीटों पर भाजपा पहले भी अच्छा प्रदर्शन करती रही है, ऐसे में आप के वोट बैंक में बढ़ोतरी से जहां भाजपा तो चिंतित है ही कांग्रेस को भी अपनी लाज बचाने का खतरा दिखाई दे रहा है.
मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण दे रहा टेंशन
भाजपा आलाकमान का मानना है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान आप के मतों में बढ़ोतरी, मुस्लिम मतों का आम आदमी पार्टी के पक्ष में ध्रुवीकरण का नतीजा थी। भाजपा के लिए चिंता की बात यह है कि यदि इस बार भी मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण आप के पक्ष में हुआ तो इससे बहुमत के आंकड़े जुटाने में मुश्किल पैदा हो सकती है.
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