मालवीय नगर से चुनाव लड़ सकते हैं सतीश उपाध्याय

Last Updated 22 Dec 2014 06:21:48 AM IST

दिल्ली में विधान सभा चुनाव में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय दक्षिणी दिल्ली की मालवीय नगर सीट से अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.


दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय (फाइल फोटो)

हालांकि अभी टिकटों पर चर्चा होनी बाकी है लेकिन बाकी लोगों की तरह उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों की माने तो उपाध्याय को इस सीट से टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है.

मालवीय नगर के वार्ड संख्या 161 से उपाध्याय पाषर्द हैं और प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता के बाद वह ऐसे पाषर्द हैं जिन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी उन्हें चुनाव लड़ाने के पक्ष में है. संभवत: इसी कारण से उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है.

यहां तक कि उन्हें मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में भी शुमार किया जा रहा है. जब उपाध्याय से इस मसले पर पूछा गया तब उन्होंने कहा कि उनके चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी नेतृत्व का है और यदि पार्टी का आदेश होगा तो वे निश्चित चुनाव लड़ेंगे. जहां तक सीट का प्रश्न है तो चुनाव लड़ने के फैसले के साथ ही वे अपनी सीट भी तय कर लेंगे. वैसे विधानसभा की तीन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होने के बाद उपाध्याय का नाम महरौली सीट के लिए जोरों से चर्चा मे था.

उपाध्याय के लिए मालवीय नगर विधानसभा सीट की राह इतनी आसान भी नहीं रहेगी. प्रदेश अध्यक्ष होने का फायदा उन्हे जरूर मिल सकता है लेकिन यहां उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती से होगा. इससे इतर वहां संगठन के लोगों की भी उनसे नाराजगी है लेकिन भारती से टकराने से पहले उपाध्याय को टिकट के लिए पार्टी के अन्दर ही कुछ नेताओं से दो चार होना होगा. क्योंकि पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आरती मेहरा और मौजूदा जिला उपाध्याय हरिशंकर गौतम भी टिकट के लिए लामबंदी कर रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि 1993 से लेकर अब तक हुए चुनावों में भाजपा केवल एक ही बार यह सीट जीत सकी है. 1993 में पार्टी ने यह सीट जीती थी. दुबारा दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां से चुनाव जीता तो लेकिन उनके त्यागपत्र के बाद यह कांग्रेस को चली गई.

पिछले चुनाव में भाजपा ने इस सीट से आरती मेहरा को उतारा था और मेहरा को सोमनाथ भारती ने 7772 मतों से पराजित किया था. भारती बाद में आम आदमी पार्टी की सरकार में कानून मंत्री भी बने और खिड़की एक्सटेंशन विवाद के बाद लगातार सुर्खियों में रहे. बताया जाता है कि इस विवाद को लेकर भले ही देश भर में सोमनाथ भारती की छवि धूमिल हुई हो लेकिन स्थानीय लोगों के बीच इसका कोई असर नहीं हुआ.

 

विनोद के शुक्ल
एसएनबी


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment