साल 2014 में दिल्ली में सौ प्रतिशत बढ़ा अपराध
दिल्ली पुलिस के अथक प्रयासों के बाद भी साल 2014 में दिल्ली में अपराध में सौ प्रतिशत वृद्धि देखी गई.
दिल्ली में सौ प्रतिशत बढ़ा अपराध (फाइल फोटो) |
इंडियन मुजाहिदीन के प्रमुख तहसीन अख्तर और कुछ अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ दिल्ली पुलिस को त्रिलोकपुरी में भड़के दंगों से निपटने में इस साल खासी मशक्कत करनी पड़ी.
साल 2012 में हुए निर्भया कांड के बाद हाल में पांच दिसंबर को घटे उबर कांड ने महिला सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस की बहुत किरकिरी कराई. महिला सुरक्षा का मुद्दा उसके लिए अब तक गले की हड्डी बना हुआ है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की 17 जनवरी को हुई मौत का मामला साल की सबसे बड़ी रहस्यमयी घटना बनी हुई है और जांच में अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है.
मार्च के महीने में भारत नेपाल की सीमा पर अख्तर की गिरफ्तारी ने दिल्ली पुलिस को वाहवाही दिलाई और इसके कुछ समय बाद छह सितंबर को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर रेलवे स्टेशन से एजाज शेख को गिरफ्तार किया जिस पर इंडियन मुजाहिद्दीन की सहायता करने का आरोप है.
दिवाली की रात को दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में भड़के सांप्रदायिक दंगों में 70 लोग घायल हुए जिनमें 56 पुलिसकर्मी शामिल रहे.
इसके कुछ दिन बाद बाहरी दिल्ली के बवाना इलाके में मुहर्रम के दिन तनाव बढ़ गया और पुलिस के कड़े पहरे में यह त्यौहार मनाया गया.
दिल्ली पुलिस को इस साल अपने कर्मियों पर हमले के कई मामलों से दो चार होना पड़ा. 15 दिसंबर तक पुलिसकर्मियों पर हमले के 300 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए.
17 अक्टूबर को एक हमले में सहायक पुलिस कमिश्नर को बुरी तरह से पीटा गया.
पंद्रह दिसंबर तक कुल सात पुलिसकर्मियों की मौत और 17 पुलिसकर्मियों के घायल होने के मामले देखे गए.
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