महिलाओं की सुरक्षा को विशेष साफ्टवेयर

Last Updated 01 Nov 2014 04:00:03 AM IST

दिल्ली की महिलाओं के लिए आईआईआईटी ने बेहतरीन स्मार्टफोन साफ्टवेयर तैयार किया है.


महिलाओं की सुरक्षा को विशेष साफ्टवेयर

पलक झपकते महिलाएं किसी आपदा या  विपत्ति की जानकारी इस नए साफ्टवेयर द्वारा महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर दे पाएगी.

आपत्ति के समय अगर फोन करने तक की गुंजाइश भी ना हो तो इस मोबाइल एप का बटन दबाते ही हेल्पलाइन नंबर 181 की घंटी बज उठेगी.

किसी महिला को अश्लील फोन आने की स्थिति में उसी समय मोबाइल का इमर्जेंसी बटन दबाते ही शिकायत दर्ज हो जाएगी और पुलिस को कार्रवाई के लिए भेज दिया जाएगा. छेड़झाड़ या किसी युवक द्वारा पीछा करने पर भी इसका उपयोग किया जा सकेगा.

किसी प्रकार की हिंसा की आशंका होने पर महिला पूर्व में ही रजिस्ट्रेशन करा पाएगी. दहेज सम्बन्धी हिंसा की आशंका हो या दफ्तर में बॉस से किसी खतरे की आशंका हो तो भी महिलाएं प्री रजिस्ट्रेशन करा पाएंगी.

घटना होने की स्थिति में उसका पता पहले से ही दर्ज रहेगा और त्वरित कार्रवाई हो पाएगी. पति द्वारा पीटे जाने पर महिला अपना पता नहीं बता सकती थी लेकिन इस नए स्मार्टफोन साफ्टवेयर में लोकेशन दिखने से महिला की मदद करना आसान होगा.

इस नए मोबाइल एप को पिछले तीन महीने से ट्रायल कर इसकी उपयोगिता को पूरी तरह जांच परख लिया गया है. ट्रायल प्रक्रिया पूरा होने के बाद 25 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा शुरू होते ही इसे राजधानी में लांच करने की तैयारी है.

इस स्मार्टफोन साफ्टवेयर की विशेषता यह होगी कि हेल्पलाइन नंबर 181 की घंटी बजते ही काल कर रही महिला की लोकेशन भी मिल जाएगी. अबतक महिलाओं को घटना के साथ साथ अपना पूरा पता भी दर्ज कराने की जरूरत पड़ती थी लेकिन नया मोबाइल एप लोके शन भी बताएगा.

अगर मोबाइल में बैलेंस नहीं है तो भी मोबाइल एप काम करेगा और घटना की जानकारी दी जा सकेगी. तीसरे, किसी जगह अगर इंटरनेट की सुविधा नहीं है तब यह मोबाइल एप शिकायत भेज पाएगा. हर हाल में महिला की शिकायत पहुंच पाएगी.

हेल्पलाइन की इंचार्ज खतीजा फारूखी ने बताया कि आईआईआईटी के डा. पुष्पेन्द्र सिंह और सिद्धार्थ अस्थाना ने इस साफ्टयवेयर को तैयार किया है. यह साफ्टयवेयर लगभग तीन हजार रुपए तक के मोबाइल पर भी काम करता है.

संजय के झा
एसएनबी


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