रामदास कदम के बयान से शिवसेना ने झाड़ा पल्ला, मुस्लिम विरोधी नहीं
मुंबई में नरेंद्र मोदी की सभा में शिवसेना नेता रामदास कदम के बयान पर शिवसेना ने सफाई दी है.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (file photo) |
सामना के जरिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना मुस्लिम विरोधी नहीं है लेकिन रामदास कदम के बयान को लेकर मुस्लिम मतों के विभाजन की कोशिश की जा रही है.
शिवसेना ने अपने पार्टी के नेता रामदास कदम के विवादास्पद बयान से पल्ला झाड़ लिया है. इस बयान पर आपत्ति जताते हुए शिवसेना की ओर से कहा गया है कि यह बयान बाला साहेब की सोच को नहीं दर्शाता है. ये उनकी निजी राय हैं.
उद्धव ठाकरे के मुताबिक जब रामदास कदम अपना भाषण दे रहे थे तब वो मंच पर नहीं थे और उन्होंने कदम का भाषण नहीं सुना. ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना बालासाहेब ठाकरे के विचारों को पूरी तरह से मानती है और शिवसेना राष्ट्रभक्त मुसलमानों का सम्मान करती है.
पार्टी राष्ट्र विरोधी मुसलमानों के साथ साथ पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों का विरोध करती है. सामना में अजमेर शरीफ के दीवान जैनुल आबेदीन खान का वो फोटो भी छापा है जिसमें शिवसेना नेता संंजय राउत उनका सम्मान कर रहे हैं.
बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के मंच पर पहुंचने के कुछ ही समय पहले शिवसेना के नेता ने यह विवादित बयान दिया था.
मुसलमानों को सीधे निशाने पर लेते हुए रामदास कदम ने आजाद मैदान में 2012 में हुए दंगों के मुद्दे को फिर उठाया था. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सभा को संबोधित करते हुए कदम ने मराठी में कहा, \'अगर पांच लाख मुसलमान आज़ाद मैदान में जमा होकर स्मारकों को नष्ट कर सकते हैं, पुलिस की पिटाई कर सकते हैं, महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी कर सकते हैं, नरेंद्र मोदी होते तो सबको सबक सीखा देते.\'
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