इंदौर में दो महिलाओं समेत तीन बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेजों के बूते अवैध प्रवास के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने यहां दो महिलाओं समेत तीन बांग्लादेशी नागरिकों और चार भारतीयों को गिरफ्तार किया है।
इंदौर में दो महिलाओं समेत तीन बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार |
ये लोग नागरिकता के फर्जी दस्तावेज बनाने, नकली नोट छापकर बाजार में चलाने, देह व्यापार और फिरौती के लिए अपहरण जैसे अपराधों में कथित तौर पर शामिल रहे हैं।
उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रुचिवर्धन मिश्र ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों में दो महिलाएं-बेगम खातून उर्फ मेघा (30) तथा लीमा हलदर (21) और देह व्यापार गिरोह का दलाल रोनी शेख (21) शामिल हैं। तीनों आरोपी प्रवास के वैध दस्तावेजों के बगैर भारतीय सीमा में अलग-अलग समय पर दाखिल हुए थे।
उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक बेगम खातून दशक भर पहले मुंबई पहुंची थी। उसने महाराष्ट्र के वाशिम जिले के निवासी ड्राइवर किशोर खंडारे से शादी कर ली थी। इस बीच, खातून ने वापस बांग्लादेश जाकर वहां का पासपोर्ट भी बनवा लिया था।
वीजा की मियाद खत्म होने के बाद वापस नहीं लौटी : मिश्र ने बताया कि बांग्लादेशी पासपोर्ट के आधार पर वीजा प्राप्त कर खातून वर्ष 2017 में भारत लौटी थी। वह वीजा की मियाद खत्म हो जाने के बावजूद वापस बांग्लादेश नहीं गई। यही नहीं, उसने अपना नाम बदलकर मेघा रख लिया। इसके साथ ही, पहचान तथा नागरिकता के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत का पासपोर्ट भी बनवा लिया।
उन्होंने बताया कि इस फर्जीवाड़े में खातून की मदद करने पर उसके पति किशोर खंडारे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। वह ऑनलाइन माध्यमों से देह व्यापार गिरोह चलाता है।
पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा : मिश्र ने बताया कि शहर में एक व्यक्ति को अगवा कर उसकी रिहाई के बदले दो लाख रुपए की फिरौती मांगने के मामले में शेख, हलदर, खातून और खंडारे को आठ फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। जब आरोपियों के कब्जे से मिले संदिग्ध दस्तावेजों को लेकर पूछताछ की गई, तो पता चला कि इनमें शामिल दो महिलाओं समेत तीन लोग बांग्लादेशी नागरिक हैं और वे भारत में अवैध तौर पर रह रहे हैं।
नकली नोट कस्बों में चलाते थे: उन्होंने बताया कि पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा भी हुआ है कि बांग्लादेशी महिला बेगम खातून के पति किशोर खंडारे ने 100, 200 और 500 रुपए के नकली नोट छापकर इन्हें पीथमपुर एवं महू जैसे नजदीकी कस्बों में चलाया है। डीआईजी ने बताया कि भारत में अवैध रूप से रह रहे तीनों बांग्लादेशी नागरिकों ने आधार कार्ड और स्कूल की अंकसूचियों समेत कई फर्जी दस्तावेज भी बनवा लिए हैं।
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