बच्चे ने पीएम मोदी से कही 'मन की बात', मिल गईं खाने की थालियां
मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के आठवीं के एक बच्चे ने स्कूल में पर्याप्त थालियां नहीं होने के चलते अपने साथियों के साथ मिड-डे मील नहीं खा पाने की बेबसी से तंग आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने \'मन की बात\' कह डाली.
(फाइल फोटो) |
बच्चे का मार्मिक पत्र देखकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने फौरन सक्रियता दिखाई और जिला प्रशासन को इस बाबत निर्देश दिए. इसी का परिणाम निकाला कि जिला प्रशासन ने गुरुवार देर शाम आनन-फानन में स्कूल में 100 थालियां उपलब्ध करा दीं. स्कूल के सभी बच्चे अब साथ बैठ कर खाने को लेकर खासे उत्साहित हैं.
जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर गैरतगंज विकास खण्ड के एक गांव गैरतपुर मिडिल स्कूल के इस छात्र गणेश अहिरवार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए उनसे निवेदन किया कि उसके स्कूल में थालियों की व्यवस्था करवा दीजिए, ताकि सभी बच्चे एक साथ थालियों में मध्यान भोजन कर सकें.
छात्र ने अपने पत्र में लिखा- मेरे स्कूल में मध्यान भोजन वितरण के समय बच्चों की संख्या अधिक रहती है एवं खाना खाने की थालियों की संख्या बहुत कम है. इस कारण सभी बच्चे एक साथ भोजन नहीं कर पाते हैं.
स्कूल के प्रधान अध्यापक मुलामी लाल मालवीय ने बताया कि 2007 में इस स्कूल में केवल 65 थालियां भेजी गईं थीं. तब से स्कूल में छात्रों की संख्या बढ़ गई है, लेकिन थालियां अब भी उतनी ही हैं.
उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार जिला पंचायत से इस बारे में कहा, लेकिन कहीं से कोई सहायता नहीं मिल सकी. स्कूल में एमपी चाइल्ड राइट्स ऑब्जर्वेटरी की एक वर्कशॉप हुई, जिसके बाद बच्चों को इस प्रकार पत्र लिखने का विचार आया.
मालवीय के मुताबिक मिड-डे मील बच्चों को स्कूल की तरफ आकर्षित करता है, लेकिन थालियों की कमी की वजह से वह ठीक से खाना भी नहीं खा पाते थे.
वहीं इसी स्कूल में पढ़ने वाली अर्चना कुमारी ने एक और पोस्टकार्ड भेजकर प्रधानमंत्र से स्कूल की बाउंड्री बनवाने के लिए मदद मांगी है, जिससे स्कूल परिसर सुरक्षित रहे. स्कूल में 165 छात्र छात्राएं हैं.
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