बारिश और बाढ़ से मध्य प्रदेश बेहाल, अब तक 15 की मौत

Last Updated 20 Aug 2016 04:19:53 PM IST

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न परिस्थितियों की समीक्षा करते हुए कहा है कि स्थितियों पर लगातार नजर रखें.


(फाइल फोटो)

उन्होंने कहा है कि जहां भारी वर्षा की चेतावनी है, वहां पहले से दवाईयों की तैयारी करें. प्रभावित क्षेत्रों में पानी उतरने के बाद मौसमी बीमारियों की संभावना को देखते हुये पहले से दवाईयों आदि की जरूरी व्यवस्था करें. मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को भोपाल में प्रदेश में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे.

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिये हैं कि प्रभावित क्षेत्रों के बांधों से पानी एक साथ नहीं छोड़ा जाये. बांध के निचले क्षेत्र के गांवों में पहले से इसकी सूचना दी जाये. पानी उतरने के बाद नुकसान सर्वे का काम तुरंत शुरू किया जाये. पूरे प्रदेश में निचले इलाकों में रहने वाले परिवारों का सर्वे किया जाये तथा इन परिवारों को दूसरे स्थान पर बसाने की कार्य योजना बनायी जाये.

बैठक में बताया गया कि अतिवृष्टि से रीवा शहर सहित जिले के 35, सतना जिले के 62 गांव प्रभावित है जिनमें पांच ज्यादा प्रभावित है और पन्ना जिले के 41 गांव घिरे हुये हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से सतना जिले में 4 हजार 215 लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला गया है. सतना जिले में 3 नदियों टमस, सिमरावल और छोटी टमस में ज्यादा पानी है. रीवा शहर में 6 मोहल्ले ज्यादा प्रभावित हुये हैं.

पिछले 20 घंटे में रीवा शहर से 550 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. इसी तरह जिले की जवा तहसील और त्यौथर तहसील में पांच सौ-पांच सौ लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. इस तरह रीवा जिले में कुल 1 हजार 550 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. पन्ना जिले के 144 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है.

प्रभावित क्षेत्र में एन.डी.आर.एफ. की तीन और एस.डी.आर.एफ. की 12 टीम बचाव कार्य में लगी है. साथ ही 33 डी.आर.सी. संचालित है. सेना को बुलाया गया है साथ ही 2 हेलीकाप्टर भी सतना में रखे गये है. बचाव कार्यों में 30 मोटर बोट भी लगी है. बाढ़ एवं अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों के लिये रीवा में 38 शिविर संचालित है जिनमें 3500 लोग ठहरे हैं. इसी तरह सतना में 26 शिविरों में 2500 लोग और पन्ना में तीन शिविरों में 100 लोग ठहरे हैं.

प्रदेश में पिछले 24 घंटों में अतिवृष्टि से 15 लोगों की मृत्यु हुयी है. इसमें सागर जिले के राहतगढ़ में 7 और कटनी में 2 लोगों की मृत्यु मकान गिरने से हुयी.  इसके साथ ही छतरपुर में 3 तथा सांची में 3 लोगों की मृत्यु पानी में बहने से हुयी है. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये की राहत राशि देने की घोषणा की है. रीवा, सतना और कटनी में राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं.

रायसेन में पुल पार कर रही एसयूवी पानी में बही, दो लापता

रायसेन जिले में पुल पर पानी होने के बावजूद उसे पार करने की कोशिश कर रही एक एसयूवी के पानी में बहने से दो लोगों के लापता होने की खबर है.

हादसे में तीन लोग पानी में बह गए थे, जिनमें से एक तैरकर किनारे लग गया, जबकि दो का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को रायसेन के मुडियाखेडा निवासी तीन युवक लोकम सिंह ठाकुर, संजय धाकड और पद्म ठाकुर कल देर रात भोपाल से रक्षाबंधन मना कर लौट रहे थे.

इसी दौरान रायसेन से लगभग 10 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 146 रायसेन-विदिशा मार्ग पर कोडी पुल पर बाढ का पानी होने के बावजूद उन्होंने पुल पार करने की कोशिश की. पानी के तेज बहाव के कारण उनका वाहन इसमें बह गया.

हादसे में लोकम सिंह ठाकुर ने तैर कर अपनी जान बचा ली, वहीं संजय और पद्म अब भी लापता हैं. रात में पानी बढ़ने और अंधेरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. शनिवार सुबह पुलिस प्रशासन की टीम फिर मौके पर पहुंच कर दोनों युवकों की तलाश में जुटी है.

रायसेन जिले में कई दिन से लगातार जारी बारिश के कारण कोडी पुल पर वर्तमान में लगभग 15 फीट ऊपर पानी बह रहा है. भारी बारिश से जिले भर के कई रास्ते बंद हो गए हैं. भोपाल-रायसेन-सागर मार्ग भी कल से बंद है. वहीं बेगमगंज के पास परसारी नाला उफान पर होने के कारण बेगमगंज का सुल्तानगंज से सड़क सपंर्क कटा हुआ है.

सतना में भारी बारिश से तीन मंजिला इमारत गिरी, करीब 40 के दबे होने की आशंका

सतना जिले में शनिवार को भारी बारिश के कारण तीन मंजिला एक इमारत के गिरने से लगभग 30 से 40 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.

समाचार लिखे जाने तक छह लोगों को निकाला जा चुका था. लगभग तीस साल पुरानी इमारत के भूतल में कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान थे, जो पूरी तरह नष्ट हो गये हैं. प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है. भारी बारिश के कारण बचाव कार्यों में भी प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है.

मैहर के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बीडी पाण्डेय ने बताया कि शनिवार सुबह देवी रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड की एक पुरानी तीन मंजिला इमारत अचानक ढह गई. मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम जारी है.

उन्होंने बताया कि हादसे में अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है. मलबे में लगभग 30 से 40 लोगों के दबे होने की आशंका है.

शिवपुरी में उफनते नाले में बहने से साइकिल सवार की मौत

शिवपुरी जिले में उफनते नाले में गिरने से एक साइकिलसवार की मौत हो गई. युवक का शनिवार सुबह शव बरामद होने से हादसे का पता चला.

नरवर थाना पुलिस ने बताया कि कैलाश बाथम (35) निवासी ख्यावदा शुक्रवार को अपनी पत्नी के साथ साइकिल से खरीदारी करने नरवर गया था. लौटते समय कैलाश रुक गया, जिसे छोड़कर उसकी पत्नी अपने गांव वापस आ गई. देर रात तक उसके घर नहीं पहुंचने के बाद उसकी पत्नी ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई. उसका शव शनिवार सुबह नाले में मिला.

आशंका जताई जा रही है कि नरवर से लौटते समय कैलाश साइकिल समेत उफनते हुए नरिया नाले में गिर गया और डूब गया.

जिले में तीन दिन से भारी बारिश का दौर चलने से आम जन-जीवन प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश के कारण शिवपुरी से लगभग 32 किलोमीटर दूर आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाराघाट के पुल में दरार आ गई है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी प्रभावित हुआ है. गाराघाट के पुल पर पुलिस तैनात की गई है एवं एक तरफ से यातायात संचालित किया जा रहा है.

बारिश से बेहाल इंदौर

इंदौर शहर में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.

खराब मौसम के कारण पिछले 24 घंटे में दो विमानों का मार्ग परिवर्तित करना पड़ा. वहीं कई जगहों पर रेल यातायात भी प्रभावित होने की खबर है.

सूत्रों के मुताबिक मौसम खराब होने से इंदौर में शुक्रवार को दो फ्लाइटों के रूट में पर्वितन किया गया. एयर इंडिया की फ्लाइट को भोपाल और इंडिगो के विमान को वडोदरा भेजा गया.

दोपहर बाद फ्लाइट वडोदरा से वापस इंदौर आई, लेकिन घने बादलों के कारण यहां उतर नहीं पाई. एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने मुंबई जाने के निर्देश दिए. इस कारण कंपनी को एक फ्लाइट रद्द करना पड़ी.

रेलवे सूत्रों ने बताया कि लगातार वर्षा के कारण कई ट्रेनें विलंब से चल रही हैं.

सतना में बाढ़ प्रभावितों को निकालने में जुटी सेना

सतना जिले के अलग-अलग हिस्सों मे फंसे बाढ़ पीड़ितों को निकालने का काम शनिवार को सेना ने संभाल लिया.

आधिकारिक जानकारी के अनुसार शनिवार को माधौगढ़ और कृपालपुर में सेना की मदद से हेलीकॉप्टर के जरिये बाढ़ मे फंसे एक दर्जन से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
बताया गया है कि जिले के अमरपाटन, नागौद व मैहर के कुछ इलाकों में शुक्रवार से लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुये हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिये सेना की मदद ली जा रही है.



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