इंदौर : एंड्राइड ऐप्लिकेशन के जरिये ऑनलाइन सट्टेबाजी का खुलासा, मुंबई से एक गिरफ्तार
Last Updated 01 Jul 2016 03:43:27 PM IST
पुलिस ने एंड्राइड ऐप्लिकेशन के जरिये ऑनलाइन सट्टेबाजी के गोरखधंधे का खुलासा करते हुए मुंबई से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
(फाइल फोटो) |
अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एएसपी विनयप्रकाश पॉल ने बताया कि मुंबई के तारदेव इलाके से गुरुवार को पकड़े गये आरोपी की पहचान संजय चौरसिया के रूप में हुई है. इसके दफ्तर से जब्त 10 कम्प्यूटर सील कर दिये गये हैं, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टेबाजी में किया जा रहा था.
उन्होंने बताया कि चौरसिया और उसके साथी एक एंड्राइड ऐप्लिकेशन के जरिये ऑनलाइन सट्टा बुक कर रहे थे.
पॉल ने बताया, ‘गिरोह के सदस्य वॉट्सऐप और सोशल मीडिया के अन्य साधनों पर सक्रिय लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. लोगों से तय रकम वसूलकर उन्हें एंड्राइड ऐप्लिकेशन का आईडी और पार्सवड मुहैया कराया जाता था. फिर इस ऐप्लिकेशन के जरिये सट्टा बुक किया जाता था.’
उन्होंने बताया, ‘ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिये खासतौर पर विकसित कराये गये एंड्राइड ऐप्लिकेशन के सारे सूत्र गिरोहबाजों के हाथ में थे. यह किस्मत नहीं, बल्कि गिरोह के लोग तय करते थे कि किस व्यक्ति के सट्टे का नम्बर खुलेगा और किसका नहीं. इस धोखेबाजी के चलते कई लोग अपने लाखों रुपये गंवा चुके हैं.’
एएसपी ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह के दो मुख्य सदस्यों के रूप में रमेश चौरसिया और उसके बेटे अचल चौरसिया के नाम सामने आये हैं. दोनों फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पॉल ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में पुलिस इंदौर से पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह के तार एक खाड़ी देश से भी जुड़े हैं.
उन्होंने बताया, ‘ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिये खासतौर पर विकसित कराये गये एंड्राइड ऐप्लेिकशन के सारे सूत्र गिरोहबाजों के हाथ में थे. यह किस्मत नहीं, बल्कि गिरोह के लोग तय करते थे कि किस व्यक्ति के सट्टे का नम्बर खुलेगा और किसका नहीं. इस धोखेबाजी के चलते कई लोग अपने लाखों रुपये गंवा चुके हैं.’
एएसपी ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह के दो मुख्य सदस्यों के रूप में रमेश चौरसिया और उसके बेटे अचल चौरसिया के नाम सामने आये हैं. दोनों फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पॉल ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में पुलिस इंदौर से पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह के तार एक खाड़ी देश से भी जुड़े हैं.
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