मप्र के नक्सल प्रभावित जिले के पुलिस अधिकारी को दी गयी ‘सजा के लिये तैयार’ रहने की धमकी
मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित जिले में पुलिस द्वारा पिछले माह मुठभेड़ में एक नक्सली को घायल करने के कथित ‘झूठे दावे’ के बाद नक्सलियों ने जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को धमकी देने का दुस्साहस किया है.
फाइल फोटो |
उत्तरी गढ़चिरौली जिले और गोंदिया संभाग समिति के नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) द्वारा हाल ही में जारी किये गये एक पर्चे में मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को ‘सजा के लिये तैयार’ रहने की धमकी दी गई है.
पर्चे में आरोप लगाया गया है कि एसपी ने 7 अप्रैल 2016 को नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में एक नक्सली के घायल होने का झूठा दावा कर झूठी प्रशंसा हासिल की है.’ पर्चे में आगे कहा गया है, ‘पुलिस अधीक्षक और उसके पालतू कुत्ते सजा भुगतने के लिये तैयार रहें.’
नक्सलियों की धमकी पर तिवारी ने शुक्रवार को कहा, ‘मुझे इसकी जानकारी मिली है कि नक्सलियों ने मलाजखंड पुलिस थाना सीमाक्षेत्र के नवी इलाके में कुछ पर्चे फेंके हैं.’ उन्होंने कहा कि वह इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.
एसपी ने बताया कि गुप्त सूचनाओं के अनुसार नक्सलियों ने हाल ही में कुछ गांवों में बैठकें की है और लोगों से कहा है कि वह मुझे नहीं छोड़गें.
तिवारी ने कहा, ‘मैं नक्सलियों की धमकी से बिल्कुल भी विचलित नहीं हुआ हूं और नक्सलियों के भय को समाप्त करने के लिये जंगल में शिविर लगा कर गांव के लोगों से मिलता रहता हूं.’
पुलिस ने 7 अप्रैल को बालाघाट जिले के चुक्काटोला गांव के पास जंगल में नक्सलियों के साथ कथित मुठभेड़ में एक नक्सली को घायल करने का दावा किया था, लेकिन पुलिस इस घायल नक्सली को पकड़ नहीं सकी.
पुलिस ने दावा किया कि मुठभेड़ में घायल नक्सली को उसके साथी अपने साथ उठाकर ले जाने में सफल रहे. इस मुठभेड़ में पुलिस और नक्सलियों के बीच लगभग 200 राउंड गोलियां दागी गई थीं.
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