किसानों की मेहनत ने दिलाया मध्य प्रदेश को कृषि कर्मण अवॉर्ड: शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद किसानों ने अपनी मेहनत से खेती को संभाला और मध्य प्रदेश ने कृषि कर्मण पुरस्कार जीता.
किसानों की मेहनत ने दिलाया कृषि कर्मण अवॉर्ड: शिवराज |
चौहान ने मध्य प्रदेश को चौथी बार खाद्यन्न उत्पादन में शानदार प्रगति के लिये भारत सरकार के प्रतिष्ठित कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने पर रविवार को भोपाल में अपने निवास पर किसान सम्मान समारोह में प्रदेश के किसानों का सम्मान किया.
उन्होंने खाद्यान्न उत्पादन और उन्नत कृषि में किसानों को सहयोग देने वाले मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया. उन्होंने किसानों के सुझाव पर बलराम तालाब योजना को परिवर्तित स्वरूप में पुन: लागू करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी जल संरचनाओं को बढ़ावा दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि नदियों-नालों का पानी खेतों में पहुंचाने के लिए भी योजना बनाई जायेगी. उन्होंने कहा कि किसी भी खेत को बिना सिंचाई के नहीं रहने देंगे. अब नहरों से सिंचाई के परम्परागत तरीके से अलग पाईप लाइन के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाया जायेगा ताकि टपक सिंचाई जैसी पद्धति का भी बेहतर उपयोग हो सके. पूरे प्रदेश में पानी के बेहतर प्रबंधन और उपयोग के लिये आधुनिक तकनीकी को बढ़ावा दिया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने प्रगतिशील एक हजार किसान को विभिन्न देश में खेती की उन्नत तकनीक को समझने के लिये अध्ययन भ्रमण पर भेजने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि किसानों के हित में उत्कृष्ट कार्य करने वाले मैदानी अधिकारी-कर्मचारियों को हर साल सम्मानित किया जायेगा.
चौहान ने कहा कि प्रगतिशील किसानों का सलाहकार मंडल बनाया जायेगा. हर फसल के प्रगतिशील किसानों का सलाहकार मंडल होगा, जो सरकार को नीति और रणनीति बनाने में सलाह देगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के अनुभव और परम्परागत ज्ञान का उपयोग करना चाहती है. उन्होंने किसानों को खेती के अपने अनुभव सुनायें. उन्होंने कहा कि अब किसानों को उद्यानिकी फसलों की ओर जाना होगा.
चौहान ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को उत्कृष्टतम बताते हुए कहा कि अब किसानों को राहत की 25 प्रतिशत राशि तत्काल मिल जायेगी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 फरवरी को मध्य प्रदेश आ रहे हैं. प्रदेश के किसानों द्वारा उनका अभिनंदन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि फसल नुकसान को देखते हुए 4500 करोड़ की राहत राशि किसानों के खाते में पहुंचाई और 4300 करोड़ जल्दी ही फसल बीमा की राशि के रूप में मिलेंगी.
उन्होंने किसानों को टपक सिंचाई, पॉली हाऊस देने की पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने के लिये कहा. उन्होंने बताया कि अगले तीन साल में किसानों को स्थाई पम्प कनेक्शन दिये जायेंगे. सोलर पम्प पर किसानों को 85 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि उद्यानिकी फसलों के निर्यात के लिये संस्था के गठन के निर्देश दे दिये गये हैं. हर किसान को सहकारिता का लाभ दिलाया जायेगा. बटाईदारों को भी संकट में राहत की राशि मिलेगी.
समारोह में 10 जिले के 19 किसान को सम्मानित किया गया. इनमें ‘आत्मा’ परियोजना में कृषि क्षेत्र के विस्तार के लिये 10 कृषक जो मुरैना, देवास, नीमच, नरसिंहपुर, हरदा और धार जिले के हैं, को राज्य-स्तरीय पुरस्कार दिया गया. इसी तरह 5 जिले के 9 कृषक जिला-स्तरीय कृषक पुरस्कार से सम्मानित हुए. राज्य-स्तरीय पुरस्कार प्राप्त कृषकों को 50 हजार तथा जिला-स्तरीय पुरस्कार प्राप्त कृषकों को 25 हजार रुपये प्रदान किये गये.
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